अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडन ने बुधवार को कहा कि वह इज़राइल द्वारा ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का समर्थन नहीं करेंगे, जो हाल ही में ईरान के बैलिस्टिक मिसाइल हमले के जवाब में हो सकता है। बाइडन ने यह भी कहा कि इज़राइल को जवाब देने का अधिकार है, लेकिन यह प्रतिक्रिया “संतुलित” होनी चाहिए।
बाइडन ने यह भी कहा कि ईरान पर नए प्रतिबंध लगाए जाएंगे, और उन्होंने बताया कि यह बात जी7 देशों के नेताओं के साथ हुई बातचीत में भी उठाई गई। बाइडन ने कहा, “हम इज़राइली नेताओं से उनकी अगली कार्रवाई पर चर्चा करेंगे, लेकिन हम सभी (जी7 देश) इस बात पर सहमत हैं कि उन्हें जवाब देने का हक है, लेकिन यह संतुलित होना चाहिए।”
मंगलवार को ईरान द्वारा इज़राइल पर करीब 200 मिसाइलें दागी गईं। इसके बाद इज़राइल कथित तौर पर ईरान के परमाणु या तेल ठिकानों पर हमला करने की योजना बना रहा है।
इज़राइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इस हमले के बाद कहा कि ईरान ने “बड़ी गलती” की है और उसे इसकी “कीमत चुकानी” पड़ेगी।
इज़राइल की प्रतिक्रिया और बाइडन की सलाह
वॉशिंगटन में बाइडन ने फिर से इज़राइल को “संतुलित” जवाब देने की सलाह दी। जब उनसे पूछा गया कि क्या वह ईरान के परमाणु ठिकानों पर हमले का समर्थन करेंगे, तो बाइडन ने साफ कहा, “नहीं।”
इज़राइल की कैबिनेट ने ईरान के हमले के बाद कड़ा जवाब देने का फैसला किया, लेकिन पहले वॉशिंगटन से तालमेल बिठाने का निर्णय लिया। स्थानीय मीडिया का कहना है कि इज़राइल के जवाब से क्षेत्रीय युद्ध की संभावना नहीं बढ़ेगी। इसके अलावा, अमेरिका में होने वाले राष्ट्रपति चुनाव भी इस फैसले को प्रभावित करने वाला एक महत्वपूर्ण कारण हैं।
G7 की बैठक और ईरान पर नए प्रतिबंध
G7 की बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने घोषणा की कि बाइडन ने ईरान पर नए प्रतिबंध लगाने के लिए बहुपक्षीय सहयोग की योजना बनाई है। जी7 देशों ने ईरान के हमले की कड़ी निंदा भी की है।
इस बीच, इज़राइली रक्षा बलों (IDF) के प्रमुख लेफ्टिनेंट जनरल हरज़ी हलेवी ने कहा कि इज़राइल ईरान के मिसाइल हमले का जवाब देगा और इज़राइली सेना की क्षमता है कि वह “पश्चिमी एशिया के किसी भी हिस्से तक पहुंचकर हमला कर सकती है।”
अमेरिका और इज़राइल की स्थिति
अमेरिका के उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल ने कहा कि बाइडन प्रशासन ईरान के हमले पर इज़राइल के साथ बातचीत कर रहा है। हालांकि, उन्होंने यह भी चेतावनी दी कि क्षेत्रीय तनाव बढ़ने से इज़राइल और अमेरिका दोनों के हितों को नुकसान हो सकता है।
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिकी राजदूत लिंडा थॉमस-ग्रीनफ़ील्ड ने ईरान को उसकी हरकतों के लिए जिम्मेदार ठहराने की बात कही। उन्होंने ईरान और उसके सहयोगियों को अमेरिका या इज़राइल के खिलाफ किसी भी कार्रवाई की सख्त चेतावनी दी।
ईरान का रुख और प्रतिक्रिया
ईरान ने कहा कि उसका मिसाइल हमला हाल ही में इज़राइल द्वारा उसके क्षेत्रीय सहयोगियों पर किए गए हमलों के जवाब में था। ईरानी राजदूत अमीर सईद इरावानी ने कहा कि यह हमला “संतुलन बहाल” करने के लिए जरूरी था।
ईरान का यह हमला इज़राइल पर दूसरा सीधा हमला था, जिसे उसने हिज़बुल्लाह नेता हसन नसरल्लाह और ईरानी जनरल अब्बास निलफोरूशन की मौत का बदला बताया, जिन्हें इज़राइली हवाई हमले में मार दिया गया था।
गाजा में संघर्ष और बढ़ता तनाव
इस बीच, गाजा में जारी संघर्ष के खत्म होने के कोई संकेत नहीं दिख रहे हैं। इज़राइल द्वारा गाजा पर लगभग एक साल से चल रहे हमलों में 41,500 से ज्यादा लोग मारे जा चुके हैं, लगभग 100,000 घायल हुए हैं और हजारों लोग अब भी मलबे के नीचे फंसे हुए हैं।