करीब 18.6 अरब डॉलर के निवेश के साथ बेंगलूरु ने सैन फ्रांसिस्को बे एरिया, न्यूयॉर्क, ग्रेटर बोस्टन क्षेत्र और लंदन के बाद वर्ष 2021 में दुनिया भर के शीर्ष पांच प्रमुख वीसी (उद्यम पूंजी) वित्त पोषण केंद्रों में जगह बनाई है। इस वर्ष इसने पेइचिंग (13.6 अरब डॉलर) और शंघाई (13.4 अरब डॉलर) को पीछे छोड़ दिया है।
लंदन ऐंड पार्टनर्स और डीलरूम डॉट कॉम की एक रिपोर्ट के अनुसार वर्ष 2021 के दौरान स्टार्टअप में वैश्विक प्रौद्योगिकी उद्यम पूंजी निवेश 675 अरब डॉलर के रिकॉर्ड स्तर तक पहुंच गया है, जो वर्ष 2020 के 340.6 अरब डॉलर के
पिछले सर्वाधिक स्तर से करीब दोगुना है।
वर्ष 2021 में उद्यम पूंजी निवेश का नेतृत्व 328.8 अरब डॉलर के साथ अमेरिका द्वारा किया गया, इसके बाद 61.8 अरब डॉलर के साथ चीन और 44.6 अरब डॉलर के साथ भारत तीसरे स्थान पर रहा। रिपोर्ट में कहा गया है कि 39.8 अरब डॉलर के साथ ब्रिटेन चौथे स्थान पर और इसके बाद 19.9 अरब डॉलर के साथ जर्मनी चौथे स्थान पर रहा।
लंदन ऐंड पार्टनर्स के कंट्री हेड (इंडिया) हेमिन भरुचा ने कहा कि वर्ष 2021 में ब्रिटेन और भारत में रिकॉर्ड उद्यम पूंजी निवेश के आंकड़े बताते हैं कि प्रौद्योगिकी और नवोन्मेष दोनों ही क्षेत्रों में फल-फूल रहा है। यूनिकॉर्न और रोमांचक टेक स्टार्टअप की बढ़ती संख्या की वजह से लंदन और बेंगलूरु जैसे शहरों को अब उद्यम पूंजी द्वारा ऐसी महत्त्वपूर्ण कंपनियों के तौर पर बेहतरीन जगहों के रूप में मान्यता दी गई है, जहां निवेश किया जा सकता है।
गत वर्ष भारत और बेंगलूरु में उद्यम पूंजी निवेश के लिहाज से रिकॉर्ड वर्ष रहा। वर्ष 2020 और वर्ष 2021 के बीच भारतीय प्रौद्योगिकी उद्यम पूंजी निवेश तीन गुना बढ़ गया। भारत भी वैश्विक स्तर पर वर्ष 2020 के चौथे स्थान से उछलकर वर्ष 2021 में तीसरे स्थान पर पहुंच गया।
वर्ष 2021 में निर्मित यूनिकॉर्न के लिहाज से 133 नई यूनिकॉर्न बे एरिया से, 69 न्यूयॉर्क से और 21 ग्रेटर बोस्टन क्षेत्र से आई। लंदन ने पिछले किसी भी वर्ष की तुलना में सर्वाधिक 20 यूनिकॉन निर्मित सृजित की और
बेंगलुरु के लिए भी यह रिकॉर्ड वर्ष रहा, जहां 16 नई यूनिकॉर्न कंपनियां बनीं।
जहां एक ओर बेंगलूरु भारत में पिछले कुछ वर्षों से प्रौद्योगिकी स्टार्टअप का सर्वाधिक महत्त्वपूर्ण केंद्र रहा है, वहीं दूसरी ओर अन्य शहर भी इस दिशा में आगे बढ़ रहे हैं।
