बेयर स्टीयर्न्स की खस्ताहाल वित्तीय हालत और फेडरल रिजर्व की ओर से आनन
बिकवाली के दबाव में यूरोपीय शेयर बाजारों में तीन फीसदी से भी अधिक की गिरावट दर्ज की गई। वहीं एशियाई शेयर बाजारों की स्थिति भी इससे कुछ अलग नजर नहीं आई जहां जापान का प्रमुख शेयर सूचकांक निक्कई 3.5 फीसदी से अधिक नीचे पहुंच गया।
अमेरिका का एफटीएसई
100 सूचकांक 2.6 फीसदी की गिरावट के साथ 5,456 अंक पर पहुंच गया। वहीं फ्रांस का सीएसी 40 सूचकांक 2.7 फीसदी नीचे 4,467.49 अंक पर बंद हुआ। दूसरी ओर जर्मनी का डीएएक्स सूचकांक 3.8 फीसदी नीचे बंद हुआ।
टोक्यो में शिंको सिक्योरिटीज के अत्सुही ओहारा ने कहा,”कहा बाजार को लेकर अनिश्चितता जारी है। निवेशकों के अविश्वास को देखते हुए यह समझा जा सकता है कि सबप्राइम संकट की जड़ें कितनी गहरी हैं।” उन्होंने कहा कि केवल किसी निवेश बैंक को खरीदने भर से समस्याएं नहीं सुलझेंगी।
बाजार को अमेरिकी सरकार से यह उम्मीद है कि वह सार्वजनिक फंडों में भी निवेश करे। बेयर स्टीयर्न्स के अधिग्रहण की खबर से जापान के शेयर बाजार भी गिरावट के साथ खुले। जापान के बेंचमार्क निक्की 225 सूचकांक में 3.7 फीसदी की बड़ी गिरावट देखने को मिली और यह 11,787.51 अंक पर बंद हुआ जो कि ढाई वर्षों में सबसे बड़ी गिरावट है।
वहीं हांगकांग का हेंग सेंग सूचकांक
5.2 फीसदी की गिरावट के साथ 21,084.61 अंक पर बंद हुआ। एशिया प्रशांत क्षेत्र में भी सभी बड़े सूचकांकों में गिरावट दर्ज की गई। ऑस्ट्रेलिया, चीन, दक्षिण कोरिया, इंडोनेशिया और फिलीपींस के शेयर बाजार भी गिरावट से दूर नहीं रह सके।