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अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा पर निशाना साधते हुए कहा कि उन्हें “कुछ किए बिना ही नोबेल शांति पुरस्कार” मिल गया था। ट्रंप का यह बयान उस दिन आया जब उन्होंने कहा कि उन्हें नहीं पता कि इस साल का नोबेल शांति पुरस्कार उन्हें मिलेगा या नहीं, जिसकी घोषणा 10 अक्टूबर को की जाएगी।
व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस में पत्रकारों से बात करते हुए ट्रंप ने कहा, “उन्हें (ओबामा को) कुछ किए बिना ही पुरस्कार दे दिया गया… वे चुने गए और ओबामा को देश को बर्बाद करने के अलावा कुछ किए बिना ही नोबेल मिल गया। ओबामा एक अच्छे राष्ट्रपति नहीं थे।” उन्होंने यह भी कहा कि उनका चुनाव ओबामा की तुलना में कहीं ज्यादा अहम था। ट्रंप का यह बयान ऐसे समय आया है जब इजराइल और हमास ने गाजा शांति योजना के पहले चरण को स्वीकार करते हुए 2023 में शुरू हुए युद्ध को समाप्त करने पर सहमति जताई है।
ट्रंप ने दावा किया है कि जनवरी में पद संभालने के बाद से उन्होंने सात युद्धों को रोका है और नोबेल शांति पुरस्कार के लिए उन्हें कई देशों का समर्थन मिल रहा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ से लेकर इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू तक कई नेताओं ने ट्रंप को नोबेल पुरस्कार के लिए नामित किया है।
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हाल ही में कनाडा के प्रधानमंत्री मार्क कार्नी ने व्हाइट हाउस में ट्रंप से मुलाकात कर उन्हें “रूपांतरकारी राष्ट्रपति” बताया और भारत-पाकिस्तान के बीच शांति बहाल करने के उनके प्रयासों की सराहना की। दोनों परमाणु संपन्न पड़ोसी देशों के बीच मई में चार दिन तक सैन्य टकराव चला था।
शहबाज शरीफ और पाकिस्तानी सेना प्रमुख असीम मुनीर ने भी बार-बार ट्रंप को भारत-पाकिस्तान के बीच युद्धविराम कराने के लिए धन्यवाद दिया है बता दें, भारतीय सशस्त्र बलों ने अप्रैल 22 को पहलगाम में हुए आतंकी हमले – जिसमें 26 लोगों की मौत हुई थी- के जवाब में मई में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ शुरू किया। इस अभियान में पाकिस्तान और पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में आतंकी ढांचे को नौ स्थानों पर निशाना बनाया गया।
पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा को 9 अक्टूबर 2009 को “अंतरराष्ट्रीय कूटनीति और लोगों के बीच सहयोग को मजबूत करने के असाधारण प्रयासों” के लिए नोबेल शांति पुरस्कार दिया गया था। हालांकि नॉर्वे की नोबेल समिति के इस फैसले ने दुनिया को चौंका दिया था। द न्यूयॉर्क टाइम्स ने इसे “बहुत जल्दबाजी” में लिया गया निर्णय बताया था और कहा था कि समिति को मानकों को ऊंचा रखना चाहिए था।
ट्रंप ने बताया कि वे आने वाले दिनों में मिस्र जाएंगे, जहां शांति समझौते पर हस्ताक्षर होने हैं। उन्होंने कहा, “मैंने आठ युद्धों को रोका है, जो पहले कभी नहीं हुआ। लेकिन जो होगा, वो होगा। मैंने यह नोबेल के लिए नहीं किया, बल्कि इसलिए किया क्योंकि मैंने कई लोगों की जान बचाई।”