चीन में विकसित तीसरी पीढ़ी की हाईस्पीड वायरलेस सेवा टीडी-एससीडीएमए अब ओलंपिक खेलों से पहले व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए तैयार है। इसके लिए जरूरी सभी परीक्षण बगैर किसी बाधा के पूरे किए जा चुके हैं।
चीन के आधिकारिक सीसी टीवी ने रविवार को बताया कि बाजार में इसे लाँच किए जाने से पहले होने वाले सभी जरूरी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं। इस तकनीक को विकसित करने वाली एक कंपनी के महासचिव यांग हुआ के मुताबिक अब उनके पास टीडी-एससीडीएमए की मानक तकनीक है। अब आगे से उन्हें इसके लिए अमरीका और यूरोप का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा।
विदित हो कि पिछले महीने चीन में छह टेलीकॉम कंपनियों को इसके लिए लाइसेंस दिया गया है। इनमें लेनेवो,जेडटीई कॉर्प, हाइजेंस इलेक्ट्रिक, सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स, ग्वांझौ न्यू पोस्टकॉम और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स भी शामिल हैं। इन्हें चीन की शीर्ष मोबाइल कंपनी चाइना मोबाइल से सरकारी डील हासिल करने का मौका दिया गया है। चीन ने पहले वादा किया था कि वह ओलंपिक खेलों से पहले मोबाइल से ब्रॉडब्रैंड स्तर की वेब सेवा मुहैया कराएगी। अपने इसी वादे को निभाने के लिए उसने यह कदम उठाया है। उद्योग जगत अर्से से इस निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा था। इसके अलावा वह बेहद सफल माने जा रहे डब्ल्यू-सीडीएमए और सीडीएमए-2000 तकनीक को भी 3-जी सेवाओं के लिए लांच किए जाने का इंतजार कर रहा है।
इस तकनीक को टाइम डिवीजन-सिंक्रोनस कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस के नाम से जाना जाता है। इसका परीक्षण चीन के 10 शहरों में किया गया है। इनमें से 6 शहरों में ओलंपिक खेल आयोजित किए जाने हैं।
