facebookmetapixel
50% अमेरिकी टैरिफ के बाद भारतीय निर्यात संगठनों की RBI से मांग: हमें राहत और बैंकिंग समर्थन की जरूरतआंध्र प्रदेश सरकार ने नेपाल से 144 तेलुगु नागरिकों को विशेष विमान से सुरक्षित भारत लायाभारत ने मॉरीशस को 68 करोड़ डॉलर का पैकेज दिया, हिंद महासागर में रणनीतिक पकड़ मजबूत करने की कोशिशविकसित भारत 2047 के लिए सरकारी बैंक बनाएंगे वैश्विक रणनीति, मंथन सम्मेलन में होगी चर्चाE20 पेट्रोल विवाद पर बोले नितिन गडकरी, पेट्रोलियम लॉबी चला रही है राजनीतिक मुहिमभारत को 2070 तक नेट जीरो हासिल करने के लिए 10 लाख करोड़ डॉलर के निवेश की जरूरत: भूपेंद्र यादवGoogle लाएगा नया फीचर: ग्रामीण और शहरी दर्शकों को दिखेगा अलग-अलग विज्ञापन, ब्रांडों को मिलेगा फायदाअब ALMM योजना के तहत स्वदेशी सोलर सेल, इनगोट और पॉलिसिलिकन पर सरकार का जोर: जोशीRupee vs Dollar: रुपया 88.44 के नए निचले स्तर पर लुढ़का, एशिया की सबसे कमजोर करेंसी बनीब्याज मार्जिन पर दबाव के चलते FY26 में भारतीय बैंकों का डिविडेंड भुगतान 4.2% घटने का अनुमान: S&P

ओलंपिक के दौरान इस्तेमाल को तैयार 3-जी वायरलेस तकनीक

Last Updated- December 05, 2022 | 4:26 PM IST

चीन में विकसित तीसरी पीढ़ी की हाईस्पीड वायरलेस सेवा टीडी-एससीडीएमए अब ओलंपिक खेलों से पहले व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए तैयार है। इसके लिए जरूरी सभी परीक्षण बगैर किसी बाधा के पूरे किए जा चुके हैं।
    चीन के आधिकारिक सीसी टीवी ने रविवार को बताया कि बाजार में इसे लाँच किए जाने से पहले होने वाले सभी जरूरी परीक्षण सफलतापूर्वक पूरे किए जा चुके हैं। इस तकनीक को विकसित करने वाली एक कंपनी के महासचिव यांग हुआ के मुताबिक अब उनके पास टीडी-एससीडीएमए की मानक तकनीक है। अब आगे से उन्हें इसके लिए अमरीका और यूरोप का मुंह नहीं ताकना पड़ेगा।
   विदित हो कि पिछले महीने चीन में छह टेलीकॉम कंपनियों को इसके लिए लाइसेंस दिया गया है। इनमें लेनेवो,जेडटीई कॉर्प, हाइजेंस इलेक्ट्रिक, सैमसंग इलेक्ट्रानिक्स, ग्वांझौ न्यू पोस्टकॉम और एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स भी शामिल हैं। इन्हें चीन की शीर्ष मोबाइल कंपनी चाइना मोबाइल से सरकारी डील हासिल करने का मौका दिया गया है। चीन ने पहले वादा किया था कि वह ओलंपिक खेलों से पहले मोबाइल से ब्रॉडब्रैंड स्तर की वेब सेवा मुहैया कराएगी। अपने इसी वादे को निभाने के लिए उसने यह कदम उठाया है। उद्योग जगत अर्से से इस निर्णय की प्रतीक्षा कर रहा था। इसके अलावा वह बेहद सफल माने जा रहे डब्ल्यू-सीडीएमए और सीडीएमए-2000 तकनीक को भी 3-जी सेवाओं के लिए लांच किए जाने का इंतजार कर रहा है।
   इस तकनीक को टाइम डिवीजन-सिंक्रोनस कोड डिवीजन मल्टीपल एक्सेस के नाम से जाना जाता है। इसका परीक्षण चीन के 10 शहरों में किया गया है। इनमें से 6 शहरों में ओलंपिक खेल आयोजित किए जाने हैं।

First Published - March 3, 2008 | 8:23 PM IST

संबंधित पोस्ट