प्रयागराज में चल रहे महाकुंभ मेले में भगदड़ की घटना के एक दिन बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने इंतजाम बढ़ा दिए हैं और भीड़ को नियंत्रित करने एवं श्रद्धालुओं की सुरक्षा के प्रयास तेज कर दिए हैं। यहां गुरुवार को बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं का आना जारी रहा। मेला प्रशासन और पुलिस बल यातायात परिवर्तन कर हालात संभालने में जुटा है। इस बीच, घटना की जांच के लिए राज्य सरकार द्वारा गठित न्यायिक जांच आयोग ने अपना काम शुरू कर दिया है। आयोग के सदस्य शुक्रवार को घटना स्थल का दौरा करेंगे। मेला क्षेत्र में बुधवार तड़के हुई भगदड़ में 30 लोगों की मौत हो गई और कई दर्जन लोग घायल हो गए थे।
हादसे का यहां आ रहे श्रद्धालुओं पर कोई खास असर दिखाई नहीं दे रहा है। घने कोहरे के बीच महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग लगातार विभिन्न घाटों की तरफ जा रहे हैं, ताकि स्नान कर सकें। पुलिस अधीक्षक (यातायात) अंशुमान मिश्रा ने बताया कि मेले में भीड़ कम होने तक वाहनों की आवाजाही पर रोक लगा दी गई है। इसके साथ ही जब तक भीड़ मेला क्षेत्र से बाहर नहीं निकल जाती, बाहर की गाड़ियों को शहर में प्रवेश की अनुमति नहीं होगी।
उत्तर प्रदेश के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह और पुलिस महानिदेशक प्रशांत कुमार भी भगदड़ की घटना की विस्तृत जांच के लिए आज प्रयागराज पहुंचे और मेला क्षेत्र में व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की। प्रदेश सरकार व्यवस्थाओं को और दुरुस्त करने के लिए कुंभ मेला 2019 में सेवाएं दे चुके वरिष्ठ अधिकारियों आशीष गोयल और भानु गोस्वामी को भी महाकुंभ मेले में तैनात करेगी। पिछले कुंभ के दौरान आशीष गोयल प्रयागराज के मंडलायुक्त थे, जबकि गोस्वामी प्रयागराज विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष थे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि इनके अलावा, पांच विशेष सचिव स्तर के अधिकारियों को भी मेले की ड्यूटी में लगाया जा रहा है।
दूसरी ओर, आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि महाकुंभ हादसे की जांच के लिए गठित तीन सदस्य न्यायिक आयोग ने अपने गठन के अगले ही दिन काम शुरू कर दिया है। आयोग के तीनों सदस्य गुरुवार को लखनऊ के जनपथ स्थित अपने कार्यालय पहुंचे। आयोग के अध्यक्ष न्यायमूर्ति (सेवानिवृत्त) हर्ष कुमार ने बताया, ‘जांच को प्राथमिकता के आधार पर लिया जाना है, इसलिए हमने घोषणा के कुछ ही घंटों के भीतर कार्यभार संभाल लिया है। हमारे पास एक महीने का समय है, लेकिन इससे पहले ही जांच पूरी करने की कोशिश करेंगे। सबसे पहले हमें कारणों की जांच करनी होगी। मूल कारण की पहचान करने के बाद ही समाधान निकलेगा।’ प्रदेश सरकार के मुताबिक, गुरुवार को शाम चार बजे तक 1.77 करोड़ लोगों ने गंगा और संगम में डुबकी लगाई।
महाकुंभ मेले में सेक्टर 22 के बाहरी क्षेत्र में चमनगंज चौकी के पास गुरुवार को एक टेंट में आग लग गई और इसकी चपेट में आकर 15 टेंट जलकर खाक हो गए। अधिकारियों ने बताया कि इस घटना में कोई जनहानि नहीं हुई है। मुख्य अग्निशमन अधिकारी (कुंभ) प्रमोद शर्मा ने बताया, ‘सेक्टर 22 के बाहर चमनगंज पुलिस चौकी क्षेत्र में आज दोपहर आग लगने की सूचना प्राप्त हुई थी जिस पर तत्काल कार्रवाई करते हुए आग को बुझाया गया।’ उन्होंने बताया कि घटना स्थल तक पहुंचने के लिए मार्ग नहीं होने से दमकल की गाड़ियों को आने में दिक्कत हुई। हालांकि आग को पूरी तरह से बुझा लिया गया और कोई जनहानि नहीं हुई और न ही कोई घायल हुआ।