Republic Day 2025: भारत आज अपना 76वां गणतंत्र दिवस मना रहा है। भारत की तीन दिवसीय यात्रा पर आए प्रबोवो सुबियांतो आज कर्तव्य पथ पर आयोजित होने वाले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि होंगे। दोनों देशों के बीच पिछले कुछ वर्षों में द्विपक्षीय व्यापार तेजी से बढ़ा है और पिछले वर्ष यह 30 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया। भारत और इंडोनेशिया के बीच सास्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों की जड़े भी काफी गहरी है। रामायण और महाभारत से प्रेरित गाथाएं और ‘बाली यात्रा’ भारतीय लोगों के बीच मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का जीवंत प्रमाण हैं। सुबियांतो गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति होंगे। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में, भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।
भारत और इंडोनेशिया ने पिछले कुछ वर्षों में अपनी आर्थिक साझेदारी को मजबूत किया है। दोनों देशों के बीच वित्त वर्ष 2023-24 में द्विपक्षीय व्यापार 30 अरब अमेरिकी डॉलर तक पहुंच गया है। इंडोनेशिया भारत का आठवां सबसे बड़ा व्यापारिक भागीदार है, जबकि भारत इंडोनेशिया के कोयला और क्रूड पाम ऑयल का दूसरा सबसे बड़ा खरीदार है। रुबिक्स डेटा साइंसेज की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह संबंधों की रणनीतिक महत्ता को रेखांकित करता है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के बीच शनिवार को एक बैठक हुई। मोदी ने कहा कि “व्यापक चर्चा” का फोकस आपसी सहयोग के विभिन्न पहलुओं पर केंद्रित था। उन्होंने कहा, “पिछले कुछ वर्षों में हमारा द्विपक्षीय व्यापार तेजी से बढ़ा है और पिछले वर्ष यह 30 अरब अमेरिकी डॉलर से अधिक हो गया। इसे और बढ़ाने के लिए हमने बाजार पहुंच और व्यापार क्षेत्र में विविधता लाने पर बात की है।”
भारत ने वित्त वर्ष 2023- 2024 में इंडोनेशिया को 5.99 अरब अमेरिकी डॉलर के मूल्य के सामान का निर्यात किया, जिसमें मुख्य रूप से खनिज ईंधन और वाहन शामिल थे। निवेश के मोर्चे पर, इंडोनेशिया ने भारत में कुल 653.83 मिलियन अमेरिकी डॉलर का निवेश किया है, जो मुख्य रूप से ऑटोमोटिव, फार्मास्यूटिकल्स और बैंकिंग जैसे सेक्टर्स को टारगेट करता है।
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भारत के साथ इंडोनेशिया की साझेदारी को “बेहद महत्वपूर्ण” करार देते हुए सुबियांतो ने कहा कि द्विपक्षीय आर्थिक भागीदारी में तेजी लाने के लिए उन्होंने अपने अधिकारियों को निर्देश जारी किए हैं। भारत और इंडोनेशिया ने रक्षा मैन्युफैक्चरिंग एवं सप्लाई चेन में संयुक्त रूप से काम करने, द्विपक्षीय व्यापार में विविधता लाने एवं समुद्री सुरक्षा संबंधों को बढ़ावा देने का शनिवार को निर्णय लिया।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी और इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के बीच व्यापक वार्ता के बाद स्वास्थ्य, समुद्री सुरक्षा, संस्कृति एवं डिजिटल क्षेत्रों में सहयोग के लिए कम से कम पांच समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
मोदी ने अपने वक्तव्य में कहा कि दोनों पक्षों ने समुद्री सुरक्षा, साइबर सुरक्षा, आतंकवाद रोधी और कट्टरपंथ से मुक्ति के क्षेत्र में सहयोग पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि दोनों पक्ष क्षेत्र में शांति, सुरक्षा और नियम आधारित व्यवस्था बनाए रखने के लिए प्रतिबद्ध हैं और अंतरराष्ट्रीय कानूनों के अनुसार नौवहन की स्वतंत्रता सुनिश्चित की जानी चाहिए।
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प्रधानमंत्री ने दोनों देशों के बीच ऐतिहासिक संबंधों का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा, “रामायण और महाभारत से प्रेरित गाथाएं और ‘बाली यात्रा’ हमारे लोगों के बीच मजबूत सांस्कृतिक और ऐतिहासिक संबंधों का जीवंत प्रमाण हैं।” मोदी ने कहा, “मुझे खुशी है कि इंडोनेशिया में बोरोबुदुर बौद्ध मंदिर के बाद अब हम प्रम्बानन हिंदू मंदिर के संरक्षण में भी योगदान देंगे।” वार्ता में भारतीय पक्ष ने इंडोनेशिया की ब्रिक्स सदस्यता का भी स्वागत किया।
मोदी ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “जब हमने अपना पहला गणतंत्र दिवस मनाया था, तो इंडोनेशिया अतिथि देश था और अब, जब हम भारत के गणतंत्र बनने के 75 वर्ष पूरे होने का जश्न मना रहे हैं, तो राष्ट्रपति सुबियांतो समारोह में शामिल होंगे। हमने भारत-इंडोनेशिया व्यापक रणनीतिक साझेदारी के विभिन्न पहलुओं पर चर्चा की।’’
(एजेंसी के इनपुट के साथ)