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Republic Day 2025: इस साल की परेड क्यों होगी खास; जानें चीफ गेस्ट और झांकियों समेत सब कुछ

इस बार की परेड बेहद खास होने वाली है क्योंकि इतिहास में पहली बार देश की तीनों सेनाओं यानी थलसेना (Indian Army), नौसेना (Navy) और वायुसेना (Air force) की एक ही झांकी होगी।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 25, 2025 | 6:49 PM IST

Republic Day 2025: भारत अपना 76वां गणतंत्र दिवस मनाने के लिए पूरी तरह से तैयार है। रविवार को दिल्ली के कर्तव्य पथ पर दुनिया भारत की सैन्य शक्ति और समृद्ध सांस्कृतिक विरासत का एक बार फिर से अनुभव करने वाली है। इसी के साथ देश संविधान के लागू होने का ‘प्लेटिनम जुबली’ भी 26 जनवरी को मनाएगा। हमेशा की तरह गणतंत्र दिवस की परेड मुख्य आकर्षण का केंद्र रहेगी। इस बार की परेड बेहद खास होने वाली है क्योंकि इतिहास में पहली बार देश की तीनों सेनाओं यानी थलसेना (Indian Army), नौसेना (Navy) और वायुसेना (Air force) की एक ही झांकी होगी।

इस बार गणतंत्र दिवस 2025 की क्या है थीम?

इस वर्ष समारोह का मुख्य विषय संविधान की 75वीं वर्षगांठ है, लेकिन झांकियों का विषय ‘स्वर्णिम भारत : विरासत और विकास’ है। परेड दिल्ली में विजय चौक से शुरू होकर कर्तव्य पथ से होते हुए लाल किले तक जाएगी।

परेड से पहले, प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी राष्ट्रीय समर स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित कर देश के शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित करेंगे। परेड सुबह राष्ट्रीय सलामी के साथ शुरू होगी और 90 मिनट तक जारी रहेगी, जो भारत की विरासत और विकास यात्रा को दर्शाएगी।

परेड की शुरुआत 300 कलाकार करेंगे। जानकारी के अनुसार इस बार परेड में 31 झांकियां, 18 मार्चिंग कंटिजेंट और 15 बैंड शामिल होंगे। परेड में कुल 5,000 कलाकार कर्तव्य पथ पर सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत करेंगे। रविवार को विभिन्न राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों की 16 झांकियां और केंद्रीय मंत्रालयों, विभागों और संगठनों की 15 झांकियां प्रदर्शित की जाएंगी।

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो होंगे चीफ गेस्ट

इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो इस अवसर पर मुख्य अतिथि होंगे। परेड में इंडोनेशिया का एक मार्चिंग दस्ता और बैंड का एक दल भी भाग लेगा। सुबियांतो गणतंत्र दिवस समारोह में भाग लेने वाले इंडोनेशिया के चौथे राष्ट्रपति होंगे। इंडोनेशिया के पहले राष्ट्रपति सुकर्णो 1950 में, भारत के पहले गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि थे।

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पहली बार भारत की तीनों सेना की होगी ज्वाइंट झांकी

इस गणतंत्र दिवस पर देश संविधान के लागू होने का ‘प्लेटिनम जुबली’ मनाएगा। इसलिए यह गणतंत्र दिवस अपने आप नें बहुत खास है, मगर इसी के साथ इतिहास में पहली बार देश की तीनों सेनाओं यानी थलसेना (Indian Army), नौसेना (Navy) और वायुसेना (Air force) की एक ही झांकी होगी। यह इस गणतंत्र दिवस को और भी खास बनाती है। देश की सेनाओं की जवाइंट झांकी निकालने का मकसद तीनों सेनाओं के बीच बेहतर तालमेल और समझ को बढ़ावा देना है।

रक्षा मंत्रालय के अनुसार, झांकी में युद्ध के मैदान का परिदृश्य दिखाया जाएगा, जिसमें स्वदेशी अर्जुन युद्धक टैंक, तेजस लड़ाकू विमान और उन्नत हल्के हेलीकॉप्टर के साथ थल, जल और वायु में समन्वित अभियान का प्रदर्शन किया जाएगा। तीनों सेनाओं की झांकी का विषय ‘सशक्त और सुरक्षित भारत’ होगा।

कर्तव्य पथ पर भारत करेगा अपनी सैन्य शक्ति का प्रदर्शन

देश अपनी सैन्य ताकत का प्रदर्शन ब्रह्मोस, पिनाक और आकाश सहित कुछ अत्याधुनिक रक्षा प्रणालियों का प्रदर्शन करेगा। साथ ही, सेना की युद्ध निगरानी प्रणाली ‘संजय’ और रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ) की सतह से सतह पर मार करने वाली सामरिक मिसाइल ‘प्रलय’ पहली बार परेड में शामिल की जाएगी।

अधिकारियों ने गुरुवार को बताया कि टी-90 ‘भीष्म’ टैंक, सारथ (पैदल सेना ले जाने वाला वाहन बीएमपी-2), ‘शॉर्ट स्पैन ब्रिजिंग सिस्टम’ 10 मीटर, नाग मिसाइल सिस्टम, मल्टी बैरल रॉकेट लांचर सिस्टम ‘अग्निबाण’ और ‘बजरंग’ (हल्का विशिष्ट वाहन) भी परेड का हिस्सा होंगे।

अधिकारियों ने बताया कि इसके अलावा, डीआरडीओ ‘रक्षा कवच -बहु-क्षेत्रीय खतरों के खिलाफ बहु-स्तरीय सुरक्षा’ विषय पर एक झांकी पेश करेगा।

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फ्लाईपास्ट पर रहेगी सबकी निगाहें

फ्लाईपास्ट में भारतीय वायुसेना के 40 विमान और भारतीय तटरक्षक बल के तीन डोर्नियर विमान शामिल होंगे। सी-130जे सुपर हरक्यूलिस, सी-295, सी-17 ग्लोबमास्टर, पी-8आई, मिग-29 और एसयू-30 सहित अन्य विमान भी समारोह का हिस्सा होंगे।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर राष्ट्र को संबोधित करेंगी। 26 जनवरी का दिन इसलिए भी खास है कि संविधान के लागू होने के 75 साल पूरे हो रहे हैं। संविधान को 26 नवंबर 1949 को संविधान सभा द्वारा अंगीकृत किया गया था।

First Published : January 25, 2025 | 6:49 PM IST