प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी | फाइल फोटो
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को केंद्र में सत्तारूढ़ राजग के सांसदों से स्वदेशी उत्पादों को बढ़ावा देने और इसे जन आंदोलन बनाने के लिए ‘स्वदेशी मेले’ आयोजित करने को कहा। उन्होंने जोर देकर कहा कि ऐसे समय जब भारत की बढ़ती ताकत के साथ कुछ चुनौतियां भी आ रही हैं, तब आत्मनिर्भरता ही देश के विकास को गति और शक्ति देगी।
सूत्रों ने कहा कि उपराष्ट्रपति चुनाव से एक दिन पहले सांसदों को संबोधित करते हुए मोदी ने खासकर नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारी सीजन के दौरान मेड-इन-इंडिया उत्पादों को बढ़ावा देने और अपने-अपने निर्वाचन क्षेत्र में लोगों तथा व्यापारियों के साथ बैठकें कर जीएसटी दर में कटौती के व्यापक लाभ का प्रचार करने को कहा।
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बाद में कहा, ‘प्रधानमंत्री ने कहा कि जब भारत एक मजबूत राष्ट्र के रूप में उभर रहा है तो कुछ चुनौतियां आएंगी और एक विकसित राष्ट्र बनने के रास्ते पर बने रहने के लिए उसे ‘आत्मनिर्भर’ होना ही होगा।’
अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर 50 प्रतिशत शुल्क लगाने के फैसले के बाद अमेरिका के साथ संबंधों में तनाव के बीच मोदी ने अपने ‘स्वदेशी’ अभियान को और तेज कर दिया है।
उन्होंने सांसदों से अपने निर्वाचन क्षेत्रों में मेड-इन-इंडिया उत्पादों को बढ़ावा देने के लिए मेले आयोजित करने के लिए कहा। उनसे इसके लिए नेतृत्व की भूमिका लेने का आग्रह किया। उन्होंने कहा कि लोगों को मेड-इन-इंडिया उत्पादों का मालिक होने पर उतना ही गर्व महसूस होना चाहिए, जितना वे एक समय पर जापानी वस्तुओं के बारे में करते थे।
उन्होंने कहा, ‘स्वदेशी’ हर उस कार्यक्रम का हिस्सा होना चाहिए, जिसमें वे भाग लेते हैं। मोदी ने कहा कि जीएसटी दर में कटौती ने लोगों के बीच एक लहर पैदा कर दी है और सांसदों को स्वदेशी मेले और व्यापारी सम्मेलनों के आयोजन से इस पर आगे बढ़ने की जरूरत है।
एक सूत्र ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने एक उदाहरण देते हुए कहा कि भले ही तूफान चल रहा हो, किसी को अपने वाहन के टायरों में हवा भरने की जरूरत होती है। उसी तरह अनुकूल माहौल के बावजूद किसी भी संदेश को मजबूती से आगे ले जाने के लिए जमीन पर काम करना होता है।
उपराष्ट्रपति चुनाव की ओर मुड़ते हुए उन्होंने सांसदों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा कि वे सही ढंग से मतदान करें और कोई गलती न करें। उन्होंने कहा कि यह अच्छा संदेश नहीं देता है जब सांसद मतदान में गलती करते हैं। सही तरीके से मतदान सुनिश्चित करने के लिए एक मॉक मतदान सत्र का आयोजन भी किया गया।