निवेश दुनिया के किसी भी देश से आए लेकिन यदि उत्पादन भारत में होता है तो आखिरकार वह स्वदेशी ही होगा। यह बात प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कही। उन्होंने आत्मनिर्भरता, विनिर्माण क्षमता और सुधारों पर जोर दिया ताकि देश को उभरते उद्योगों का एक प्रमुख वैश्विक केंद्र बनाया जा सके। चीन की कंपनियों को 2020 के गलवान झड़प के बाद से ही भारत में निवेश पर तमाम पाबंदियों से जूझना पड़ रहा है।
एफडीआई नियमों में सख्ती के कारण उनके प्रस्तावों को हरी झंडी मिलने में देरी हो रही है। मगर हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप द्वारा भारत पर अतिरिक्त शुल्क लगाए जाने और चीन के विदेश मंत्री वांग यी की नई दिल्ली यात्रा के बाद दोनों देशों के संबंधों में बदलाव आया है। भारत और चीन अपनी संवेदनशीलता को बरकरार रखते हुए सीमित सहयोग की संभावना तलाश रहे हैं।
मोदी ने आज अहमदाबाद के हंसलपुर कारखाने में सुजूकी के पहले वैश्विक रणनीतिक बैटरी इलेक्ट्रिक वाहन ई-विटारा का उद्घाटन किया। अब इसका निर्यात जापान और यूरोप जैसे प्रमुख बाजार सहित 100 से अधिक देशों में किया जाएगा। मारुति सुजूकी घरेलू बाजार में इसकी बिक्री बाद में शुरू करेगी।
मोदी ने कहा, ‘स्वदेशी की मेरी परिभाषा बहुत सरल है। इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि किसका पैसा निवेश किया गया है। चाहे डॉलर हो या पाउंड या फिर मुद्रा काली हो या सफेद, मेरे लिए यह मायने नहीं रखता है। महत्त्वपूर्ण बात यह है कि उत्पादन में बहाया गया पसीना मेरे देशवासियों का है। पैसा किसी और का हो सकता है लेकिन पसीना हमारा है। उत्पादन में मेरी मातृभूमि भारत की मिट्टी की खुशबू होगी।’
मोदी ने लोगों से ‘वोकल फॉर लोकल’ के सिद्धांत को जीवन में उतारने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘आइए हम वोकल फॉर लोकल बनें। स्वदेशी हमारे जीवन का मंत्र बन जाना चाहिए। दोस्तो, स्वदेशी की ओर गर्व से कदम बढ़ाएं। जापान यहां जो उत्पादन कर रहा है, वह भी स्वदेशी ही है।’
प्रधानमंत्री ने आज तोशिबा, डेंसो और सुजूकी के संयुक्त उद्यम टीडीएस कारखाने में दमदार हाइब्रिड कारों के लिए लीथियम आयन बैटरी इलेक्ट्रोड के स्थानीय उत्पादन का भी उद्घाटन किया। उन्होंने राज्यों से आग्रह किया कि वैश्विक निवेश को आकर्षित करने के लिए छोटी-छोटी बातों का भी ध्यान रखा जाए।
उन्होंने कहा कि संभावित निवेशकों की सांस्कृतिक एवं जीवनशैली संबंधी प्राथमिकताएं भी बदलाव ला सकती हैं। उन्होंने गुजरात का अपना एक अनुभव साझा किया और बताया कि किस प्रकार उन्होंने जापानी निवेशकों को घर जैसा महसूस कराने के लिए जापानी भोजन और गोल्फ कोर्स की व्यवस्था की थी।
मोदी ने राज्य सरकारों को याद दिलाया कि आकर्षक निवेश माहौल तैयार करने के लिए सुधार और कारोबारी सुगमता जरूरी हैं।