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माता-पिता के लिए कर रहे हैं चारधाम यात्रा का बुकिंग? इन फर्जी वेबसाइट्स से रहें सावधान!

I4C के अनुसार, ये स्कैमर्स पेशेवर दिखने वाली वेबसाइट्स और फेसबुक पोस्ट, व्हाट्सएप नंबर और गूगल पर विज्ञापनों के ज़रिए भोले-भाले श्रद्धालुओं को निशाना बना रहे हैं।

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मानसी वार्ष्णेय   
Last Updated- April 20, 2025 | 8:53 AM IST

अगर आप अपने माता-पिता या परिवार के किसी सदस्य को चारधाम यात्रा पर भेजने की तैयारी कर रहे हैं, तो पहले ये खबर जरूर पढ़ लें। गृह मंत्रालय के अधीन इंडियन साइबर क्राइम कोऑर्डिनेशन सेंटर (I4C) ने देशभर के श्रद्धालुओं और पर्यटकों को ऑनलाइन बुकिंग से जुड़े फर्जीवाड़ों को लेकर चेतावनी जारी की है।

केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग, गेस्ट हाउस आरक्षण, टैक्सी सेवा और हॉलिडे पैकेज जैसी सेवाओं के नाम पर फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स के ज़रिए भोले-भाले लोगों से पैसे वसूले जा रहे हैं। I4C ने स्पष्ट किया है कि ये ठग गूगल, फेसबुक और व्हाट्सएप पर आकर्षक विज्ञापनों और ‘स्पॉन्सर्ड लिंक’ के माध्यम से लोगों को जाल में फंसा रहे हैं।

कैसे हो रहा है फ्रॉड?

I4C के अनुसार, ये स्कैमर्स पेशेवर दिखने वाली वेबसाइट्स और फेसबुक पोस्ट, व्हाट्सएप नंबर और गूगल पर विज्ञापनों के ज़रिए भोले-भाले श्रद्धालुओं को निशाना बना रहे हैं। लोग जब इन पोर्टल्स पर पैसे जमा करते हैं, तो न तो कोई कन्फर्मेशन मिलता है और न ही संबंधित नंबरों से संपर्क हो पाता है।

ये सेवाएं हैं टारगेट पर:

  • केदारनाथ और चारधाम के लिए हेलीकॉप्टर बुकिंग

  • तीर्थयात्रियों के लिए गेस्ट हाउस और होटल बुकिंग

  • ऑनलाइन टैक्सी और कैब सेवा

  • हॉलिडे पैकेज और धार्मिक पर्यटन योजनाएं

खुद को ऐसे करें सुरक्षित:

  • किसी भी वेबसाइट पर भुगतान करने से पहले उसकी सत्यता की जांच अवश्य करें

  • गूगल, फेसबुक या व्हाट्सएप पर “Sponsored” या अनजान लिंक पर क्लिक करने से बचें

  • बुकिंग हमेशा सरकारी वेबसाइट या विश्वसनीय ट्रैवल एजेंसी से ही करें

  • अगर किसी फर्जी वेबसाइट या फ्रॉड की जानकारी मिले तो www.cybercrime.gov.in पर रिपोर्ट करें या 1930 नंबर पर कॉल करें

ये हैं आधिकारिक पोर्टल:

  • केदारनाथ हेलीकॉप्टर बुकिंग: https://www.heliyatra.irctc.co.in
  • सोमनाथ ट्रस्ट की वेबसाइट और गेस्ट हाउस बुकिंग: https://somnath.org

फ्रॉड रोकने के लिए सरकार की रणनीति:

  • Scam Signal Exchange: गूगल, व्हाट्सएप, फेसबुक जैसे डिजिटल प्लेटफॉर्म्स से मिलकर संदिग्ध गतिविधियों की पहचान

  • एनफोर्समेंट: जहां से साइबर क्राइम हो रहे हैं, उन राज्यों/केंद्र शासित प्रदेशों को अलर्ट करना

  • साइबर पेट्रोलिंग: फर्जी वेबसाइट्स और सोशल मीडिया अकाउंट्स को बंद कराना

  • सस्पेक्ट चेकिंग फीचर: National Cybercrime Reporting Portal पर रिपोर्टिंग को आसान बनाना

I4C ने देशवासियों से अपील की है कि वे धार्मिक या पर्यटक यात्रा की कोई भी बुकिंग करने से पहले पूरी सावधानी बरतें और किसी भी तरह की शंका होने पर तुरंत साइबर पोर्टल पर शिकायत दर्ज कराएं।

First Published : April 20, 2025 | 8:53 AM IST