नागरिक उड्डयन मंत्रालय (एमओसीए) ने बुधवार को कहा कि 15 फरवरी से कंजेशन-इंड्यूस्ड कैंसिलेशन यानी भीड़भाड़ वाले हवाई मार्गों पर कुछ उड़ानें रद्द करने का निर्देश दिए जाने के बाद से मुंबई हवाई अड्डे पर विमानों की आवाजाही में विलंब की समस्या काफी हद तक घट गई है।
मंत्रालय ने 15 फरवरी को अदाणी ग्रुप द्वारा संचालित मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट लिमिटेड (मायल) को कुछ उड़ानों को रद्द करने का निर्देश दिया था, क्योंकि उन्हें अपने हवाई मार्ग में अत्यधिक भीड़ होने की वजह से विलंब की समस्या का सामना करना पड़ रहा था।
एमओसीए ने कहा है, ‘एएआई (भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण) द्वारा कराए गए एक विश्लेषण से अत्यधिक स्लॉट आवंटन (मायल द्वारा) और खराब स्लॉट अनुपालन (एयरलाइंस द्वारा) का पता चला जिससे हवाई यातायात संबंधित समस्या बढ़ी।’ स्लॉट वह खास टाइम होता है जब उड़ान किसी हवाई अड्डे पर आती या जाती है।
एयरपोर्ट ऑपरेटर एयरलाइनों को स्लॉट निर्धारित करता है। विमान के तय स्लॉट से पहले परिचालन करने पर इसे टेबल में ‘बिफोर शिड्यूल्ड अराइवल टाइम’ के तौर पर लिखा जाता है, जिससे हवाई मार्ग पर भीड़भाड़ बढ़ती है और अन्य विमान को शिड्यूल का पालन करने में विलंब होता है। इसका अन्य संबंधित गतिविधियों पर नकारात्मक असर पड़ता है।