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पीयूष गोयल की दो टूक: अमेरिका के साथ व्यापार समझौते पर कोई तय समय-सीमा नहीं, बातचीत बिना दबाव के आगे बढ़ेगी

मुंबई में एक अलग कार्यक्रम में बोलते हुए, गोयल ने ओमान के साथ एक व्यापार समझौते के लिए बातचीत पूरी होने के संकेत भी दिए जिस पर अगले सप्ताह हस्ताक्षर होने की संभावना है

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असित रंजन मिश्र   
Last Updated- December 11, 2025 | 11:01 PM IST

केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने गुरुवार को साफ कह दिया है कि भारत, अमेरिका के साथ व्यापार समझौते के लिए कोई तय समय-सीमा लेकर नहीं चल रहा है। उन्होंने कहा कि अगर अमेरिका, भारत के प्रस्ताव से खुश है तब उसे समझौते पर तुरंत दस्तखत कर देने चाहिए।

गोयल, अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) जैमीसन ग्रीर की टिप्पणी पर जवाब दे रहे थे। ग्रीर ने कहा था कि अमेरिका को भारत से अब तक का सबसे अच्छा प्रस्ताव मिला है हालांकि भारत कुछ कृषि उत्पादों के लिए बाजार पहुंच का विरोध कर रहा है।

मुंबई में भारत-इटली के संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में गोयल ने कहा, ‘इसका जवाब तो अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ही दे सकते हैं। अगर वो खुश हैं तब उनका स्वागत है। मुझे लगता है कि अगर वो बहुत खुश हैं, तो उन्हें समझौते पर दस्तखत कर देने चाहिए।’

गोयल का ये बयान वाणिज्य सचिव, राजेश अग्रवाल के उस बयान के दो हफ्ते बाद आया है जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें ‘पूरी उम्मीद’ है कि दोनों देश इस साल के अंत तक द्विपक्षीय व्यापार समझौते का पहला चरण पूरा कर लेंगे, जिससे भारत पर लगने वाले 50 फीसदी अमेरिकी शुल्क का समाधान हो जाएगा।

वहीं, मुख्य आर्थिक सलाहकार (सीईए) वी. अनंत नागेश्वरन ने ब्लूमबर्ग टेलीविजन को दिए एक साक्षात्कार में कहा कि अगर अमेरिका के साथ मार्च तक ‘समझौता’ नहीं होता है तब उन्हें हैरानी होगी क्योंकि ज्यादातर व्यापार संबंधी मुद्दे सुलझा लिए गए हैं। नागेश्वरन ने कहा, ‘इसके लिए कोई समय-सीमा बताना मुश्किल है। हालांकि, अगर वित्त वर्ष के अंत तक इस पर मुहर नहीं लगती है तो मुझे हैरानी होगी।’

वहीं गोयल ने कहा कि उन्हें मुख्य आर्थिक सलाहकार की टिप्पणी के आधार के बारे में जानकारी नहीं है। उन्होंने कहा, ‘आपको शायद इसके लिए सीईए से बात करनी होगी। मैं सिर्फ इतना कह सकता हूं कि बातचीत अच्छी तरह से चल रही है।’

अमेरिका के उप व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) रिक स्वित्जर की यात्रा के बारे में गोयल ने कहा कि चूंकि अधिकारी ने तीन महीने पहले ही वाणिज्य सचिव स्तर पर पदभार संभाला है, इसलिए दोनों पक्ष एक-दूसरे को जान रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘वो मुझसे भी मिले। हमारी बहुत अच्छी और ठोस बातचीत हुई। लेकिन समझौता तभी होता है जब दोनों पक्षों को फायदा हो और मुझे नहीं लगता कि हमें कभी भी समय-सीमा या सख्त नियमों के साथ बातचीत करनी चाहिए क्योंकि तब हम गलतियां करते हैं।’

16वें दौर की बातचीत और यूरोपीय संघ के वाणिज्य मंत्री मारोस सेफकोविक के साथ चर्चा के बाद भारत-यूरोपीय संघ व्यापार वार्ता में हुई प्रगति पर गोयल ने कहा कि इस दौर की चर्चा में बहुत ठोस प्रगति हुई है। उन्होंने कहा, ‘जनवरी के पहले या दूसरे हफ्ते में हमारी टीमें फिर से मिलेंगी। 8-9 जनवरी को मैं मारोस के साथ फिर से बातचीत करूंगा ताकि संवाद को आगे बढ़ाया जा सके। काफी प्रगति हुई है लेकिन जाहिर है कि सब कुछ अंतिम चरण को पार करने पर निर्भर करता है। चर्चा के कई क्षेत्र हैं, लेकिन मुझे नहीं लगता कि कोई ऐसा मुद्दा है जिसे मैं मतभेद कहूंगा। बातचीत हमेशा तत्परता की भावना से होनी चाहिए, लेकिन कभी भी जल्दबाजी में नहीं होनी चाहिए।’

मुंबई में संवाददाता सम्मेलन में गोयल के बगल में बैठे इटली के उप प्रधानमंत्री एंटोनियो ताजानी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि भारत-यूरोपीय संघ व्यापार समझौता अगले कैलेंडर वर्ष के पहले छह महीनों में हो जाएगा। हालांकि उन्होंने स्पष्ट किया, ‘लेकिन मैं व्यापार वार्ताकार नहीं हूं।’

मुंबई में एक अलग कार्यक्रम में बोलते हुए, गोयल ने ओमान के साथ एक व्यापार समझौते के लिए बातचीत पूरी होने के संकेत भी दिए जिस पर अगले सप्ताह हस्ताक्षर होने की संभावना है। उन्होंने कहा, ‘हम फिलहाल 14 मुक्त व्यापार समझौतों पर बातचीत कर रहे हैं। शुक्रवार को न्यूजीलैंड के मंत्री व्यापार समझौते को अंतिम रूप देने के लिए आ रहे हैं। बुधवार को हमें एक मुक्त व्यापार समझौते के पूरा होने की अच्छी खबर मिली, जिसकी घोषणा जल्द ही की जाएगी।’

First Published : December 11, 2025 | 10:59 PM IST