सेना ने इस स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है।
Operation Sindoor Latest Updates: भारत और पाकिस्तान के बीच शनिवार (10 मई) को मिलिट्री एक्शन रोकने के लिए सहमति बनने की घोषणा के कुछ घंटों बाद ही पाकिस्तान की ओर से इसका उल्लंघन किया गया है। इस घटनाक्रम के बाद शनिवार रात प्रेस ब्रीफिंग कर विदेश सचिव विक्रम मिसरी (Vikram Misri) ने बताया कि भारतीय सेना की स्थिति पर नजर है और उसे हालात से निपटने के लिए आदेश दे दिए गए हैं। इससे पहले, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दोनों देशों के बीच मिलिट्री एक्शन रोकने की अंडरस्टैडिंग के बाद एक हाई लेवल मीटिंग की थी।
विदेश सचिव मिसरी ने ब्रीफिंग में कहा, ”भारत और पाकिस्तान के DGMOs के बीच पिछले कुछ दिनों से चल रही सैन्य कार्रवाई रोकने का समझौता आज (शनिवार) शाम हुआ था। पिछले कुछ घंटों से इस समझौते का पाकिस्तान की ओर से घोर उल्लंघन हो रहा है।”
मिसरी ने बताया, ”भारतीय सेना जवाबी कार्रवाई कर रही है और इस सीमा अतिक्रमण से निपट रही है। ये अतिक्रमण अत्यंत ही निंदनीय है और पाकिस्तान इनके लिए जिम्मेदार है।”
उन्होंने कहा, हमारा मानना है कि पाकिस्तान इस स्थिति को ठीक से समझे और इस अतिक्रमण को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करे। सेना ने इस स्थिति पर कड़ी नजर रखी हुई है और उसे किसी भी अतिक्रमण से निपटने के लिए ठोस और सख्त कदम उठाने के लिए आदेश दे दिए गए हैं।
इससे पहले, अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रम्प ने दावा किया था कि भारत और पाकिस्तान सीजफायर के लिए तैयार हो गए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ट्रूथ सोशल पर लिखा, “संयुक्त राज्य अमेरिका की मध्यस्थता में लंबी रात की बातचीत के बाद, मुझे यह घोषणा करते हुए खुशी हो रही है कि भारत और पाकिस्तान ने पूर्ण और तत्काल सीजफायर पर सहमति जताई है। दोनों देशों को बधाई हो कि उन्होंने समझदारी और बुद्धिमानी का उपयोग किया। इस मामले पर आपके ध्यान के लिए धन्यवाद!”
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इसके अलावा विदेश मंत्री एस जयशंकर ने भी एक्स पर पोस्ट कर लिखा, “भारत और पाकिस्तान ने आज गोलीबारी और सैन्य कार्रवाई रोकने पर सहमति बनाई है। भारत ने आतंकवाद के सभी रूपों और अभिव्यक्तियों के खिलाफ लगातार दृढ़ और अडिग रुख अपनाया है। वह ऐसा करना जारी रखेगा।”
इससे पहले आज भारत सरकार ने कहा था कि भविष्य में अगर देश पर कोई आतंकी हमला होता है तो उसे ‘युद्ध की कार्रवाई’ माना जाएगा। भारत सरकार इस हमले जवाब भी ‘युद्ध की कार्रवाई’ की तरह देगी। सरकार ने स्पष्ट किया था कि आतंकी हमलों के जिम्मेदार लोगों और उनके षड्यंत्रकारियों के खिलाफ कड़ा कदम उठाया जाएगा। यह फैसला पाकिस्तान के लिए एक संदेश के रूप में देखा जा रहा है, जो कई आतंकी समूहों से जुड़ा रहा है, जो भारतीयों को निशाना बनाते हैं।