Heavy Rains at Mumbai Airport : भारत की औद्योगिक राजधानी मुंबई में आज बारिश का भयानक रूप देखने को मिला है। सड़क मार्ग तो इसकी चपेट में आए ही हैं, रेलवे और हवाई मार्ग में भी काफी बाधाओं का सामना करना पड़ रहा है। ऐसे में अगर कोई यात्री मुंबई एयरपोर्ट से/को सफर करने जा रहे हैं तो उनके लिए यह बड़ी खबर है। बिज़नेस स्टैंडर्ड को सूत्रों ने बताया कि आज करीब 27 फ्लाइट्स का रूट बदलना पड़ा हैं और 51 उड़ानें रद्द कर दी गईं हैं।
एक सूत्र ने कहा, ‘भारी बारिश और कम दृश्यता (low visibility) के कारण सोमवार को सुबह 2:22 बजे से 3:40 बजे तक रनवे संचालन को निलंबित करना पड़ा। उन्होंने आगे और जोड़ते हुए बताया कि 27 फ्लाइट्स को अहमदाबाद, हैदराबाद और इंदौर जैसे शहरों में भेजा गया।
एक अन्य सूत्र ने बताया, ‘वर्तमान में, प्रस्थान (departures) में देरी करके आगमन (arrivals) को प्राथमिकता दी जा रही है और डायवर्ट की गई उड़ानों को अकमोडेट के लिए परिणामी परिवर्तन किए जा रहे हैं।’ एविएशन एनालिटिक्स फर्म सीरियम (Cirium) के अनुसार, वर्तमान में, मुंबई हवाई अड्डा लगभग 870 निर्धारित उड़ानें रोजाना संचालित करता है।
सूत्रों ने बताया कि सोमवार सुबह 11 बजे तक मुंबई हवाई अड्डे पर लगभग 42 इंडिगो उड़ानें (IndiGo flights), छह एयर इंडिया फ्लाइट्स, दो एलायंस एयर फ्लाइट्स और एक कतर एयरवेज फ्लाइट रद्द कर दी गईं। कतर एयरवेज उड़ान का प्रस्थान रद्द कर दिया गया क्योंकि क्रू मेंबर्स ने उनके फ्लाइट ड्यूटी टाइम लिमिटेशन (FDTL) को पार कर लिया था।’
यह पहली बार नहीं है जब इस मानसून के मौसम में हवाई अड्डे का इंफ्रास्ट्रक्चर भारी बारिश के कारण प्रभावित हुआ है। 28 जून की सुबह, भारत के सबसे व्यस्त दिल्ली अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे के टर्मिनल 1 (T1) के प्रस्थान क्षेत्र की छत का एक हिस्सा गिरने के बाद एक व्यक्ति की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए थे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय (MoCA) को T1 को उड़ान संचालन के लिए बंद करना पड़ा। इसे दिल्ली हवाई अड्डे के दो अन्य टर्मिनलों – T2 और T3 – पर लगभग 200 दैनिक उड़ानों को रीडायरेक्ट करना पड़ा। मंत्रालय इस घटना की जांच कर रहा है। उसने भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण (AAI) को देश भर के हवाई अड्डों पर व्यापक स्ट्रक्चरल जांच करने का आदेश दिया है।
दिल्ली हवाई अड्डा दुनिया के सबसे व्यस्त हवाई अड्डों में से एक है और प्रतिदिन लगभग 1,270 उड़ानों को संभालता है। भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण के आंकड़ों के अनुसार, इसने 2023-24 में लगभग 7.4 करोड़ यात्रियों को संभाला, जो सालाना 12.8 प्रतिशत की बढ़ोतरी है।
MoCA के अनुसार, IIT दिल्ली के स्ट्रक्चरल इंजीनियरों से T1 में हुई घटना का ‘तुरंत आकलन’ करने के लिए कहा गया है, और उनकी शुरुआती रिसर्च के आधार पर आगे की जांच की जाएगी । IIT दिल्ली इंजीनियरों द्वारा ऑडिट जुलाई के अंत तक पूरा होने की उम्मीद है।