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केरल स्वास्थ्य विभाग ने कई देशों में ‘एमपॉक्स’ के फैलने की खबरों के बाद बुधवार को राज्य में अलर्ट जारी किया। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अफ्रीका के कई हिस्सों में संक्रमण के व्यापक फैलाव को देखते हुए ‘एमपॉक्स’ को अंतरराष्ट्रीय चिंता का सार्वजनिक स्वास्थ्य आपातकाल घोषित किया हुआ है ऐसे में राज्य सरकार ने सतर्कता बढ़ाते हुए सभी हवाई अड्डों पर निगरानी दल तैनात किए गए हैं ताकि प्रभावित देशों से आने वाले यात्रियों की जांच की जा सके।
राज्य की स्वास्थ्य मंत्री वीना जॉर्ज के अनुसार, जिन देशों में ‘एमपॉक्स’ के मामले सामने आ रहे हैं वहां से आने वाले किसी भी व्यक्ति की हवाई अड्डों पर जांच करानी होगी। यदि लक्षण पाए जाते हैं, तो उन्हें पृथकवास में रखा जाएगा और 2022 में राज्य सरकार द्वारा जारी मानक संचालन प्रक्रिया (एसओपी) के अनुसार उपचार किया जाएगा।
जॉर्ज ने यहां एक बयान में कहा, ‘‘किसी व्यक्ति में एमपॉक्स के संक्रमण की पुष्टि होने पर सभी सरकारी और निजी अस्पतालों को एसओपी का सख्ती से पालन होगा।’’
एमपॉक्स संक्रमण का असर दो से चार सप्ताह में अपने आप कम हो जाता है और इसके रोगी आमतौर पर चिकित्सा देखभाल से ही ठीक हो जाते हैं। स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि राज्य में संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए जरूरी सावधानियां बरती जा रही हैं। लोगों को सतर्क रहने और बीमारी के लक्षण दिखाई देने पर सूचना तुरंत स्वास्थ्य विभाग को देने के लिए कहा गया है।
बयान में कहा गया है कि ‘एमपॉक्स’ के खतरे को देखते हुए केरल कोई लापरवाही नहीं बरतना चाहता और स्वास्थ्य विभाग यह सुनिश्चित करने के लिए लगातार काम कर रहा है कि राज्य सुरक्षित रहे।