मध्य प्रदेश के उज्जैन शहर में आगामी एक और दो मार्च को क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन का आयोजन किया जाएगा। अन्य निवेशक सम्मेलनों के उलट इस बार समझौता ज्ञापनों पर हस्ताक्षर किए जाने के बजाय परियोजनाओं को आकर्षित करने के लिए कई जमीनी कदम आयोजन स्थल पर ही उठाने की योजना है।
सम्मेलन में कारोबारी, उद्यमी और नीति निर्माता मिलकर चर्चा करेंगे ताकि विभिन्न औद्योगिक क्षेत्रों में निवेश से जुड़ी पहल की जा सके। इस दो दिवसीय आयोजन में एमएसएमई, स्टार्टअप्स, कृषि और खाद्य प्रसंस्करण, कपड़ा एवं वस्त्र, औषधि तथा पर्यटन आदि क्षेत्रों को लेकर विशेष सत्रों का आयोजन किया जाएगा। इस दौरान विभिन्न अंशधारक साथ आकर अवसरों की पड़ताल करेंगे। मुख्यमंत्री मोहन यादव ने उद्योगपतियों को इस आयोजन में शिरकत के लिए आमंत्रित करते हुए कहा कि उन्हें मध्य प्रदेश के विकास के बदलाव के इस नए अध्याय से जुड़ना चाहिए।
मध्य प्रदेश औद्योगिक विकास निगम (एमपीआईडीसी) के प्रबंध निदेशक चंद्रमौलि शुक्ला ने बिज़नेस स्टैंडर्ड से कहा, ‘क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन में इरादों पर नहीं ठोस काम पर जोर होगा। हमारी कोशिश होगी कि परियोजनाएं जल्द से जल्द आरंभ हों और विभिन्न विभागों की ओर से निवेशकों को सीधी सुविधा प्रदान की जाए। हम चाहते हैं कि बड़े निवेश प्रस्ताव जल्दी हकीकत में तब्दील हों। जमीनी की मंजूरी, सीसीआईपी मंजूरी जैसी सुविधाएं सीधे सम्मेलन में ही प्रदान करने का प्रयास किया जाएगा।’
एमपीआईडीसी प्रदेश में निवेश को बढ़ावा देने से जुड़ा उपक्रम है जो हर प्रकार के निवेश संबंधी काम के लिए नोडल एजेंसी का काम करता है।