चार महीने के बारिश के मौसम में दक्षिण पश्चिमी मॉनसून के 2 महीने बीत चुके हैं और अब महत्त्वपूर्ण मोड़ पर है। बिहार, झारखंड, पूर्वोत्तर भारत के कुछ इलाकों औरआंध्र प्रदेश प्रमुख राज्य हैं, जहां अब तक सामान्य से कम बारिश हुई है।
बुरी खबर यह है कि मौसम विभाग ने अगस्त और सितंबर के ताजा अनुमान में कहा है कि आखिरी दो महीनों में देश के अन्य सभी इलाकों में सामान्य या सामान्य से अधिक बारिश हो सकती है, लेकिन पूर्वोत्तर के कई इलाकों और उससे सटे पूर्वी भारत अपवाद बने रहेंगे। इसका असर इन राज्यों, खासकर बिहार और असम की खेतीबाड़ी पर पड़ सकता है।
कुल मिलाकर अगस्त और सितंबर में मॉनसूनी बारिश दीर्घावधि औसत का 106 प्रतिशत रहेगी। दो महीनों का दीर्घावधि औसत 422.8 मिलीमटर है। वहीं मौसम विभाग ने कहा है कि अगस्त में बारिश एलपीए के 94 से 106 प्रतिशत के बीच होगी। अगस्त का एलपीए 254.9 मिलीमीटर है।