प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में दो अलग-अलग जनसभाओं में विपक्ष के इंडियन नैशनल डेवलपमेंट इनक्लूसिव अलायंस ‘इंडिया’ गठबंधन विवाद पर पहली सार्वजनिक टिप्पणी करते हुए लोगों को आगाह किया कि वे इस गठबंधन से सावधान रहें क्योंकि यह सनातन धर्म को ‘नष्ट’ करने और देश को एक बार फिर ‘हजार वर्षों की गुलामी’ की ओर धकेलने का काम कर सकता है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि सनातन धर्म ने ‘भारत’ को हजारों सालों से एकजुट रखा और सनातन संस्कृति ने लोगों के जन्म नहीं बल्कि उनके कर्म को प्राथमिकता दी। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्षी गठबंधन ‘इंडिया’ को ‘घमंडिया’ गठबंधन करार देते आरोप लगाया कि इसके नेताओं ने सनातन संस्कारों और परंपराओं को समाप्त करने की ठान रखी है।
मध्य प्रदेश के सागर जिले के बीना में 50,800 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद अपने संबोधन में प्रधानमंत्री ने विपक्षी गठबंधन पर देश और समाज को विभाजित करने का आरोप भी लगाया। उन्होंने कहा, ‘‘यहां कुछ ऐसे दल भी हैं, जो देश और समाज को विभाजित करने में जुटे हैं। इन्होंने मिलकर एक आईएनडीआई अलायंस बनाया है, जिसे कुछ लोग ‘घमंडिया’ गठबंधन भी कहते हैं।’’
विपक्षी दलों पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि इनका नेता तय नहीं है और नेतृत्व पर भ्रम है लेकिन इन्होंने मुंबई में बैठक कर ‘घमंडिया गठबंधन’ की नीति और रणनीति तय कर ली है और साथ ही एक छुपा हुआ एजेंडा भी तय कर लिया है। परियोजनाओं की आधारशिला रखने के बाद कार्यक्रम को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने कहा कि जी20 की सफलता से आज देशवासी गौरवान्वित हैं।
उन्होंने कहा कि जी20 की सफलता का श्रेय मोदी को नहीं, ये आप सबको जाता है और ये भारत की सामूहिक शक्ति का प्रमाण है। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत की विरासत और समृद्धि को देखकर वे बहुत ही प्रभावित थे और मध्य प्रदेश के भोपाल, इंदौर तथा खजुराहो में भी जी20 की बैठक हुई थी, उन बैठकों में शामिल होकर जो गए हैं, वो आप सभी का गुणगान कर रहे हैं। मोदी ने कहा, ‘लेकिन इस घमंडिया गठबंधन की नीति और रणनीति भारत की संस्कृति पर हमला करने की है।
इस आईएनडीआई अलायंस का निर्णय है कि भारतीयों की आस्था पर हमला करो। इस घमंडिया गठबंधन की नीयत है कि भारत को जिन विचारों और संस्कारों ने हजारों वर्ष से जोड़ा है, उन्हें तबाह कर दो।’ प्रधानमंत्री ने आगे कहा, ‘‘ये घमंडिया गठबंधन वाले सनातन संस्कारों और परंपरा को समाप्त करने का संकल्प लेकर आए हैं। जिस सनातन को महात्मा गांधी ने जीवन पर्यंत माना, जिस सनातन ने उन्हें अस्पृश्यता के खिलाफ आंदोलन चलाने के लिए प्रेरित किया। ये घमंडिया गठबंधन के लोग उस सनातन परंपरा को समाप्त करना चाहते हैं।’
गौरतलब है कि द्रविड़ मुनेत्र कषगम (द्रमुक) के नेता उदयनिधि स्टालिन ने हाल ही में कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय के खिलाफ है और इसे खत्म किया जाना चाहिए। सनातन धर्म की तुलना कोरोना वायरस, मलेरिया और डेंगू वायरस तथा मच्छरों से होने वाले बुखार से करते हुए तमिलनाडु के मुख्यमंत्री स्टालिन के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने कहा था कि ऐसी चीजों का विरोध ही नहीं किया जाना चाहिए, बल्कि उन्हें नष्ट किया जाना चाहिए।
द्रमुक के एक अन्य नेता ए राजा ने सनातन धर्म की तुलना कुष्ठ रोग जैसी बीमारियों से की थी। द्रमुक नेताओं के सनातन विरोधी बयानों के बाद भाजपा विपक्षी गठबंधन पर हमलावर है। प्रधानमंत्री ने कहा कि विपक्षी नेताओं ने अब सनातन धर्म के खिलाफ खुलकर बोलना शुरू किया है और आने वाले दिनों में इनके हमले और बढ़ने वाले हैं।
उन्होंने कहा, ‘देश के कोने-कोने में हर सनातनी को, इस देश को प्यार करने वाले को सतर्क रहने की जरूरत है। आईएनडीआई अलायंस वाले सनातन को मिटाकर देश को एक हजार साल की गुलामी में धकेलना चाहते हैं। लेकिन हमें मिलकर ऐसी ताकतों को रोकना है। हमारी एकजुटता से उनके मंसूबों को नाकाम करना है।’
इससे पहले, प्रधानमंत्री ने जिन परियोजनाओं की आधारशिला रखी, उनमें भारत पेट्रोलियम कॉरपोरेशन लिमिटेड (बीपीसीएल) की बीना रिफाइनरी में 49,000 करोड़ रुपये की लागत से एक पेट्रोकेमिकल कॉम्प्लेक्स और राज्य भर में 1,800 करोड़ रुपये की 10 नई औद्योगिक परियोजनाएं शामिल हैं। मध्य प्रदेश में इस साल के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले के कोडातराई गांव में ‘विजय शंखनाद’ रैली को संबोधित करते हुए मोदी ने भूपेश बघेल के नेतृत्व वाली सरकार पर भी निशाना साधा और कहा कि यह गरीबों के कल्याण में पिछड़ गई है, लेकिन भ्रष्टाचार में आगे है।
उन्होंने कांग्रेस सरकार पर घोटालों की राजनीति करने का आरोप लगाया और गोधन न्याय योजना (गोबर खरीद योजना), शराब बिक्री तथा डीएमएफ में भ्रष्टाचार करने का आरोप लगाया। यह प्रधानमंत्री मोदी की पिछले ढाई महीने में छत्तीसगढ़ की दूसरी यात्रा थी। मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में इस वर्ष के अंत में विधानसभा चुनाव होने हैं।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस का ‘ट्रैक रिकॉर्ड’ आपके सामने है जिसने 50 साल पहले भी गरीबी हटाने की गारंटी दी थी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस हर चुनाव इसी गारंटी पर लड़ती थी और आज भी इसी गारंटी पर लड़ती है, लेकिन यदि कांग्रेस ने अपने जमाने में अपना काम ठीक से किया होता तो आज मोदी को इतनी मेहनत नहीं करनी पड़ती। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘मोदी ने गारंटी दी थी कि देश के गरीबों को सशक्त बनाऊंगा। हमने देखा है सिर्फ पांच साल में 13.5 करोड़ देशवासी गरीबी से बाहर आ गए।’
उन्होंने कहा कि ऐसा इसलिए हुआ क्योंकि भाजपा सरकार ने गरीबों के हित में योजनाएं शुरू की। उन्होंने कहा कि राज्य की कांग्रेस सरकार विकास कार्यों में नहीं बल्कि खोखली बातें और दावे करने में लगी हुई है। कांग्रेस घोटालों की राजनीति में लिप्त रही है और उसने छत्तीसगढ़ को पार्टी का ‘एटीएम’ बना दिया है।
राज्य की पिछली भाजपा सरकार की सराहना करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि एक समय था जब छत्तीसगढ़ केवल नक्सली हमलों और हिंसा के लिए जाना जाता था। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के प्रयासों के बाद आज छत्तीसगढ़ की पहचान यहां हुए विकास कार्यों के कारण हो रही है। उन्होंने चंद्रयान मिशन और जी20 शिखर सम्मेलन का जिक्र करते हुए कहा कि इन दिनों पूरे देश में उत्सव का माहौल है।
मोदी ने कहा, ‘भारत अपनी उपलब्धियों का उत्सव मना रहा है। हमारे वैज्ञानिकों ने कुछ दिनों पहले भारत को चांद पर पहुंचा दिया। चंद्रयान वहां पहुंचा जहां दुनिया का कोई देश नहीं पहुंच पाया था। आज दुनिया के लोग कह रहे हैं कि भारत का चंद्रयान सबसे बढ़िया है। इन सफलताओं के बीच भारत ने जी20 शिखर सम्मेलन का सफल आयोजन किया। यह देशवासियों की तपस्या का परिणाम है।
140 करोड़ भारतीयों के परिश्रम का परिणाम है।’ उन्होंने कहा कि जो वंचित हैं उन्हें वरीयता देना ही आज के भारत की प्राथमिकता है। जिन गरीबों, वंचितों, दलितों, पिछड़ों, आदिवासियों की आवाज दबी हुई थी उनके सपनों को हमने संकल्पों में बदला है। इससे पहले प्रधानमंत्री ने कोडातराई गांव में 6,350 करोड़ रुपये की विभिन्न रेल परियोजनाओं को राष्ट्र को समर्पित किया।