MMR Global fintech Hub: महाराष्ट्र को एक लाख करोड़ डॉलर की अर्थव्यवस्था बनाने के लक्ष्य की ओर अग्रसर महाराष्ट्र सरकार ने अब मुंबई को वैश्विक वित्तीय केन्द्र बनाने के सपने को साकार करने की ओर कदम बढ़ा दी है। एमएमआर को वैश्विक अर्थव्यवस्था का हब बनाने के लिए मुंबई महानगर क्षेत्र विकास प्राधिकरण (एमएमआरडीए) और विश्व आर्थिक मंच (डब्ल्यूईएफ) के बीच समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किया। नीति आयोग ने मुंबई महानगर क्षेत्र (एमएमआर) को वैश्विक वित्तीय केंद्र के रूप में विकसित करने की विस्तृत योजना (रिपोर्ट) पेश की।
इस समझौते पर एमएमआरडीए आयुक्त विक्रम कुमार और वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम के संस्थापक एवं कार्यकारी अध्यक्ष प्रो. क्लॉस श्वाब ने अनुबंधों पर हस्ताक्षर किए। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा कि वैश्विक वित्तीय केंद्र बनना मुंबई महानगर क्षेत्र का सपना था। मैं बहुत खुश हूं कि यह सपना सच हो रहा है, मुंबई हम सभी के लिए एक जीवन रेखा है। मुंबई बदलेगी तो महाराष्ट्र और देश के लिए भी अहम बदलाव होंगे।
राज्य के विकास के लिए हमारे द्वारा गठित आर्थिक सलाहकार परिषद ने राज्य के विकास के लिए अनुशंसा एवं योजना प्रस्तुत की है। नीति आयोग इस अवधारणा के साथ आगे आया है कि इस योजना को ताकत मिलेगी। नीति आयोग ने सात द्वीपों पर स्थित मुंबई को एमएमआर वित्तीय केंद्र बनाने के लिए सात महत्वपूर्ण सिफारिशें की हैं। ऐसा माना जाता है कि भविष्य में मुंबई वैश्विक फिनटेक राजधानी बन जाएगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि हम इस संकल्प को पूरा करने का प्रयास कर रहे हैं। योजना है कि महाराष्ट्र इसमें एक ट्रिलियन डॉलर का योगदान देगा। दावोस में आयोजित वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम में रिकॉर्ड निवेश आया। साथ ही दुनिया भर के महत्वपूर्ण उद्योगों ने महाराष्ट्र को प्राथमिकता दी है। इससे बड़ा निवेश आएगा, बड़ी संख्या में रोजगार के अवसर भी उपलब्ध होंगे। इससे वैश्विक वित्तीय केंद्र को मजबूती मिलेगी। एमएमआर ग्लोबल फाइनेंशियल सेंटर की इस अवधारणा को साकार करने के लिए एमएमआरडीए में एक विशेष केंद्रीय सेल की स्थापना की जा रही है।
उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फड़णवीस ने कहा कि नीति आयोग सही समय पर बहुत महत्वपूर्ण रिपोर्ट लेकर आया है। पिछले कुछ वर्षों में हमने मुंबई में बुनियादी ढांचे सहित विभिन्न परियोजनाओं को बढ़ावा देने पर ध्यान केंद्रित किया है। इसके चलते मुंबई कई क्षेत्रों में विकास का नेतृत्व कर रहा है। अटल सेतु – एमटीएचएल परियोजना के साथ एक तीसरी मुंबई उभर रही है। इससे इस क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय स्तर का टेक्नोलॉजी हब स्थापित हो रहा है। इससे देश की डिजिटल अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा। बंदरगाह, बुलेट ट्रेन, विरार-अलीबाग कॉरिडोर के विस्तार से ये क्षेत्र विकास में तब्दील हो जाएंगे।
प्रोफेसर क्लॉस श्वाब ने वैश्विक वित्तीय केंद्र बनाने के लिए नीति आयोग की रिपोर्ट और एमएमआर के चल रहे कार्यान्वयन की सराहना करते हुए कहा कि रिपोर्ट आश्चर्यजनक है, यह ब्लू-प्रिंट विकास को गति देगा। इस क्षेत्र में विश्व स्तरीय आधुनिक बुनियादी सुविधाएं तैयार की जाएंगी। इन सभी प्रक्रियाओं में मानवीय हितों को ध्यान में रखा जाए। इससे मुंबई दुनिया के सात महत्वपूर्ण महानगरों में से एक बन जायेगा ।