समग्र फसल योजना के तहत राज्य सरकार ने खरीफ सीजन 2023 में हुए अधिक नुकसान की भरपाई के लिए ओरिएंटल इंश्योरेंस कंपनी को फसल बीमा राशि के आवंटन की मंजूरी दे दी है। इस मंजूरी की वजह से नासिक -जलगांव सहित छह जिलों के किसानों को जल्द ही 1927 करोड़ रुपये का मुआवजा मिलेगा। पिछले साल के खरीफ सीजन के दौरान लगभग 1.71 करोड़ बीमा आवेदन दायर किए गए थे और विभिन्न प्रकार के नुकसान का सामना करने वाले किसानों को फसल बीमा के तहत 7621 करोड़ रुपये स्वीकृत किए थे।
प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत एक रुपये में फसल बीमा देने वाला महाराष्ट्र एकमात्र राज्य है । राज्य में बीज पैटर्न के आधार पर फसल बीमा योजना लागू है। यानी जहां मुआवजा फसल बीमा प्रीमियम का 110 फीसदी से अधिक है, वहां बीमा कंपनी 110 फीसदी तक मुआवजा देती है और इससे अधिक मुआवजा राज्य सरकार देती है।
इस नियम के मुताबिक खरीफ सीजन 2023 के लिए स्वीकृत 7,621 करोड़ रुपये में से 5469 करोड़ रुपये बीमा कंपनी के माध्यम से किसानों के खातों में पहले ही जमा किए जा चुके हैं। शेष राशि में से 1927 करोड़ रुपये का मुआवजा बाकी था। सरकार ने इस स्वीकृत राशि के वितरण को मंजूरी दे दी है और इस संबंध में 30 सितंबर 2024 को शासनादेश जारी कर दिया गया है ।
कृषि मंत्री धनंजय मुंडे ने बताया कि इससे छह जिलों के किसानों को फायदा होगा । खरीफ सीजन 2023 के दौरान बरसात के कारण राज्य के छह जिलों में फसलों का नुकसान 110 फीसदी से अधिक हुआ था । 110 फीसदी तक की रकम बीमा कंपनी किसानों को दे चुकी थी जबकि अतिरिक्त राशि देना बाकी थी। नासिक जिला के किसानों को 656 करोड़, जलगांव 470 करोड़, अहमदनगर 713 करोड़, सोलापुर 2.66 करोड़, सतारा 27.73 करोड़ और चंद्रपुर 58.90 करोड़ रुपये मिलेगा।
महाराष्ट्र में चालू खरीफ सीजन में पिछले खरीफ सीजन की अपेक्षा कम किसानों ने अपने फसल का बीमा कराया है। प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत खरीफ सीजन 2024 के लिए फसल बीमा भुगतान की समय सीमा 31 जुलाई को समाप्त हो गई है। राज्य में 31 जुलाई तक कुल एक करोड़ 65 लाख 70 हजार 437 किसानों ने फसल बीमा के लिए आवेदन किया है। जो कि पिछले खरीफ सीजन के अपेक्षा करीब 3 फीसदी कम है। फसल बीमा योजना के माध्यम से कुल एक करोड़ 10 लाख 55 हजार हेक्टेयर क्षेत्र का बीमा किया गया है। हालांकि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा किसानों ने फसल बीमा कराया है।