facebookmetapixel
Vijay Rally Stampede: तमिलनाडु में एक्टर विजय की रैली में भगदड़, 29 लोगों की मौत, कई घायलPowergrid ने बिजली आपूर्ति मजबूत करने के लिए 705 करोड़ रुपये के दो बड़े प्रोजेक्ट को दी मंजूरीन्यूयॉर्क में ब्रिक्स देशों ने व्यापार पर टैरिफ पाबंदियों को बताया गलत, संयुक्त बयान में आतंकवाद की भी निंदाPM मोदी ने ओडिशा से ‘स्वदेशी’ BSNL 4G किया लॉन्च, 97,500 से ज्यादा टावरों का किया उद्घाटनUNGA में एस जयशंकर ने ब्रिक्स मंत्रियों के साथ की बैठक, वैश्विक व्यापार और शांति को लेकर हुई चर्चाUpcoming IPOs next week: अगले हफ्ते मार्केट में IPO और लिस्टिंग की बौछार, निवेशकों के लिए खुलेंगे अवसरHDFC बैंक की दुबई शाखा पर DFSA का प्रतिबंध, नए ग्राहकों की ऑनबोर्डिंग पर रोकडिफेंस PSU को सेना से मिला ₹30,000 करोड़ का तगड़ा आर्डर, मिसाइल सिस्टम ‘अनंत शस्त्र’ बनाएगी कंपनीशादी के बाद 46% महिलाएं छोड़ती हैं काम, 42% पुरुषों ने लिया तलाक के लिए लोन; सर्वे में हुआ चौंकाने वाला खुलासाStock Split: अगले हफ्ते दो कंपनियां अपने शेयरों का करेंगी स्प्लिट, निवेशकों के लिए शेयर खरीदना होगा आसान

मनरेगा बजट का बड़ा हिस्सा जल संरक्षण के लिए, जल दोहन वाले जिलों पर खास फोकस

मनरेगा के सालाना कोष का करीब 65 प्रतिशत कोष जल संरक्षण गतिविधियों और देश भर में अधिक जल दोहन वाले ब्लॉकों के लिए निर्धारित किया है।

Last Updated- September 25, 2025 | 10:21 PM IST
Water
Photo: Shutterstock

मनरेगा के सालाना कोष का करीब 65 प्रतिशत कोष जल संरक्षण गतिविधियों और देश भर में अधिक जल दोहन वाले ब्लॉकों के लिए निर्धारित किया है। यह संयुक्त पहल केंद्रीय ग्रामीण मंत्रालय ने जल मंत्रालय के साथ की है।

इसके अलावा 2005 के मनरेगा अधिनियम के तहत देश भर में ‘अर्ध-गंभीर’ जल ब्लॉकों में मनरेगा बजट का 40 प्रतिशत खर्च करने के लिए भी निर्देश जारी किए गए हैं और 30 प्रतिशत कोष गैर-गंभीर ब्लॉकों में भी जल संरक्षण में इस्तेमाल होगा।

दिलचस्प बात यह है कि मनरेगा वेबसाइट के अनुसार वित्त वर्ष-25 में योजना के बजट का लगभग 66 प्रतिशत पहले ही एमडब्ल्यूसी ब्लॉकों में प्राकृतिक संसाधन प्रबंधन पर खर्च किया जा चुका था।

एमडब्ल्यूसी ब्लॉक जल संरक्षण अभियान के तहत पहचाने गए ब्लॉक हैं, जो वाटरशेड विकास कार्यक्रमों को लागू करने के लिए केंद्रित ध्यान और संसाधन प्राप्त करते हैं। इस बीच मनरेगा अधिनियम के तहत नवीनतम निर्देशों की घोषणा ग्रामीण विकास मंत्री शिवराज सिंह चौहान और केंद्रीय जल शक्ति मंत्री चंद्रकांत रघुनाथ पाटिल ने संयुक्त रूप से कृषि भवन में ‘जल सुरक्षा पर राष्ट्रीय पहल’ शुरू करते समय की थी।

चौहान ने कहा कि वित्त वर्ष-26 में 88,000 करोड़ रुपये के मनरेगा बजट में से 65 प्रतिशत ‘डार्क जोन’ जिलों के लिए, 40 प्रतिशत ‘अर्ध-गंभीर’ जिलों के लिए और 30 प्रतिशत अन्य जिलों के लिए वर्षा जल संचयन के लिए आवंटित किया गया है।

First Published - September 25, 2025 | 10:15 PM IST

संबंधित पोस्ट