महाराष्ट्र सरकार ने लाडली बहनों के खाते में छठी किस्त की रकम भेजने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों में महायुति की प्रचंड जीत के बाद दूसरी बार महिला एवं बाल विकास मंत्री बनीं अदिति तटकरे ने कहा कि लाडली बहनों को जल्द उनके खाते में रकम मिल जाएगी। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री के नेतृत्व में मेरी लाडली बहन योजना सफलतापूर्वक चल रही है। विधानसभा चुनाव के कारण लागू आदर्श आचार संहिता के चलते रुकी यह प्रक्रिया अब फिर से शुरू हो गई है, और पात्र बहनों को चरणबद्ध तरीके से सम्मान निधि का वितरण किया जा रहा है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने कहा कि चरणबद्ध तरीके से योजना के तहत किस्त का वितरण किया जाएगा। महाराष्ट्र में पिछले महीने विधानसभा चुनाव कराए गए थे। चुनाव प्रक्रिया पूरी होने तक राज्य में आदर्श आचार संहिता लागू रही। महाराष्ट्र सरकार ने इस साल की शुरुआत में पात्र महिलाओं को हर महीने 1,500 रुपये की सहायता देने के लिए मुख्यमंत्री माझी लाडकी बहिन योजना शुरू की थी।
तटकरे ने कहा कि पहले चरण में 12,87,503 पात्र महिलाओं और दूसरे चरण में लगभग 67,92,292 पात्र महिलाओं को दिसंबर माह की सम्मान निधि दी जाएगी। माना जा रहा है कि इस योजना ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) नीत महायुति को चुनाव में मिली प्रचंड जीत में बड़ी भूमिका निभाई।
तटकरे ने कहा कि इस योजना के तहत फिलहाल 2.34 करोड़ लाभार्थी हैं। आज से किस्त का प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण (डीबीटी) शुरू हो गया है। 1,500 रुपये लाभार्थियों के खाते में ट्रांसफर किए जाएंगे, और चार दिन बाद यह जानकारी उपलब्ध होगी कि कितने लाभार्थियों को राशि दी गई। पंजीकरण के अनुसार लाभार्थियों की संख्या में वृद्धि हो सकती है।
इस योजना के तहत हर महीने 2,100 रुपये देने के वादे पर पूछे गए सवाल के जवाब में तटकरे ने कहा कि मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पहले ही कह चुके हैं कि अगले बजट में इस पर निर्णय लिया जाएगा। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों की समीक्षा इस योजना से संबंधित मिलने वाली शिकायतों पर निर्भर करेगी।
तटकरे ने सोशल मीडिया मंच ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि यह सहायता महिलाओं को आर्थिक रूप से सशक्त बनाने और उनके परिवारों को स्थिरता प्रदान करने के लिए है। इसका उद्देश्य न केवल सशक्तीकरण, बल्कि महिलाओं का आत्मविश्वास बढ़ाना भी है। हमें भरोसा है कि इस योजना से मिलने वाली वित्तीय सहायता उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव लाएगी।