facebookmetapixel
India-EU FTA: ईयू से एफटीए वार्ता में खास सफलता नहीं, कृषि और ऑटो पर रुकावटेंरेलवे में निजी निवेश की नई पटरी पर दौड़! सरकार ला सकती है ‘हाइब्रिड एन्युटी मॉडल’वाहन क्षेत्र : तीसरी तिमाही में हुए 4.6 अरब डॉलर के रिकॉर्ड सौदे, ईवी में बढ़ी रुचित्योहारी सीजन में जगी इजाफे की उम्मीद, डेवलपरों को धमाकेदार बिक्री की आसJLR हैकिंग से ब्रिटेन की अर्थव्यवस्था को 2.55 अरब डॉलर का नुकसान, 5,000 से ज्यादा संगठन हुए प्रभावितको-वर्किंग में मिल रहे नए आयाम: डिजाइन, तकनीक और ब्रांडिंग से तैयार हो रहे क्षेत्र-विशिष्ट कार्यस्थलपश्चिम एशिया को खूब भा रही भारतीय चाय की चुस्की, रूस और अमेरिका से गिरावट की भरपाईछोटे उद्यमों के लिए बड़ी योजना बना रही सरकार, लागत घटाने और उत्पादकता बढ़ाने पर जोररूसी तेल खरीद घटाएगा भारत, व्यापार मुद्दों पर हुई चर्चा: ट्रंपपर्सिस्टेंट सिस्टम्स को बैंकिंग व बीएफएसआई से मिली मदद, 1 साल में शेयर 5.3% चढ़ा

कर्नाटक में ऑनलाइन सट्टेबाजी पर पूरी तरह बैन, कौशल गेम को मिलेगी छूट; सरकार लाएगी नया कानून

कर्नाटक सरकार ने ऑनलाइन सट्टेबाजी और जुए पर रोक लगाने का प्रस्ताव दिया है, जबकि कौशल आधारित गेमिंग को लाइसेंस और नियमन के तहत जारी रखने की छूट दी जाएगी।

Last Updated- July 08, 2025 | 10:13 PM IST
real money games
प्रतीकात्मक तस्वीर | फाइल फोटो

कर्नाटक सरकार ने सभी ऑनलाइन सट्टेबाजी, जुआ और दावं पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव जारी किया है। दरअसल राज्य सरकार तेजी से बढ़ते रियल-मनी गेमिंग क्षेत्र की कड़ी निगरानी की ओर बढ़ रही है। इस समौदा विधेयक की एक प्रति बिजनेस स्टैंडर्ड ने देखी है।

विधेयक के मसौदे के अनुसार ऑनलाइन सट्टेबाजी या जुए के लिए रियल-मनी, टोकन, वर्चुअल करेंसी या इलेक्ट्रॉनिक फंड के उपयोग पर भी प्रतिबंध है। मसौदा विधेयक में कहा गया है कि कौशल के खेलों को ‘विनियमन और लाइसेंसिंग के अधीन, इस निषेध से छूट दी जाएगी।’

राज्य सरकार समय-समय पर यह निर्धारित करेगी कि क्या कौशल  या दावं का खेल है। मसौदा विधेयक में प्रस्ताव किया गया है कि यह निर्धारण न्यायिक मिसालों के आधार पर किया जाएगा। कर्नाटक भी उन राज्यों की लंबी सूची में शामिल हो गया है जो ऑनलाइन गेमिंग क्षेत्र को विनियमित करने की कोशिश कर रहे हैं।

इसके अलावा राज्य सरकार एक कर्नाटक ऑनलाइन गेमिंग ऐंड बेटिंग रेगुलेटरी अथॉरिटी का गठन करेगी। इसमें एक अध्यक्ष और तीन अन्य सदस्य होंगे। इनकी नियुक्ति राज्य सरकार करेगी। तीनों सदस्य क्रमशः सूचना प्रौद्योगिकी, फाइनैंस और सामाजिक कल्याण में विशेषज्ञ होंगे।

गेमिंग उद्योग ने इस विधेयक के प्रारूप का स्वागत किया है और इसे ‘स्वागत योग्य’ कदम करार दिया।

 

First Published - July 8, 2025 | 9:57 PM IST

संबंधित पोस्ट