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‘बंदूक की नोक पर नहीं होगी वार्ता’, अमेरिका से प्रस्तावित व्यापार समझौते पर बोले गोयल- सोच-समझकर करेंगे काम

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति ट्रंप ने पारस्परिक लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण की बातचीत साल के अंत तक पूरी करने का इरादा जाहिर किया था।

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श्रेया नंदी   
Last Updated- April 11, 2025 | 10:27 PM IST

India US trade agreement: वा​णिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने आज कहा कि सरकार हमेशा देश और जनता के हितों की रक्षा करेगी और जहां तक ​​व्यापार समझौतों का सवाल है, जल्दबाजी में कोई भी कदम उठाना उचित नहीं है।  भारत और अमेरिका के बीच प्रस्तावित द्विपक्षीय व्यापार समझौते की प्रगति के बारे में पूछे जाने पर गोयल ने कहा, ‘मैंने पहले भी कई बार कहा है कि हम बंदूक की नोक पर बातचीत नहीं करते हैं। समयबद्ध तरीके से काम करना अच्छा है मगर जब बात देशहित और जनहित की हो तो किसी भी तरह की जल्दबाजी अच्छी नहीं होती।’

एक सरकारी अधिकारी ने कहा कि शुल्क को ध्यान में रखते हुए भारत और अमेरिका अगले 90 दिन में एक अंतरिम व्यापार समझौते की संभावना तलाश रहे हैं, बशर्ते इसका नतीजा दोनों देशों के लिए लाभकारी हो।

इस साल फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिका के राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पारस्परिक लाभकारी द्विपक्षीय व्यापार समझौते के पहले चरण की बातचीत साल के अंत तक पूरी करने का इरादा जाहिर किया था। इसके बाद दोनों देशों ने पिछले महीने व्यापार सौदे पर चर्चा शुरू की। अमेरिका ने अ​धिकतर देशों पर जवाबी शुल्कों को 90 दिन के लिए टाल दिया है, ऐसे में इस समय का उपयोग एक अंतरिम सौदे को अंतिम रूप देने में किया जा सकता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि द्विपक्षीय व्यापार चर्चा को इतने कम समय में पूरा करना संभव नहीं है।

अ​धिकारी ने कहा, ‘हम यूएसटीआर के साथ लगातार संपर्क में हैं। वीडियो कॉन्फ्रेंस के जरिये काफी चर्चा होगी। दोनों तरफ से कुछ दौरे भी हो सकते हैं। द्विपक्षीय व्यापार सौदे के स्वरूप और आकार को अंतिम रूप देने की काफी संभावना है।’

बुधवार को राष्ट्रपति ट्रंप ने चीन को छोड़कर सभी देशों पर लगाए गए जवाबी शुल्कों पर 90 दिनों के लिए रोक लगा दी। ये शुल्क 9 अप्रैल से ही प्रभावी हुए थे। पिछले सप्ताह अमेरिका ने कई देशों से आयात पर 10 फीसदी से लेकर 50 फीसदी तक जवाबी शुल्क लगाने की घोषणा की थी। भारत पर 26 फीसदी जवाबी शुल्क लगाया गया था। फिलहाल अमेरिकी आयात पर मौजूदा सर्वाधिक तरजीही राष्ट्र (एमएफएन) शुल्क के अलावा 10 फीसदी का बुनियादी शुल्क लागू है। अ​धिकारी ने कहा, ‘काम चालू है। भारत व्यापार करार पर बातचीत के मामले में अन्य देशों से काफी आगे है।’

First Published : April 11, 2025 | 10:27 PM IST