भारत और अमेरिका ने आज द्विपक्षीय संबंधों में हालिया तनाव को दरकिनार करते हुए पारस्परिक लाभकारी व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने के लिए प्रयास तेज करने का फैसला किया। यह घोषणा दोनों देशों के मुख्य वार्ताकारों के वाणिज्य भवन में सात घंटे तक चली बैठक के बाद आई। दक्षिण और मध्य एशिया के लिए सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि (यूएसटीआर) ब्रेंडन लिंच की अगुआई में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने वाणिज्य विभाग के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के नेतृत्व वाली भारतीय अधिकारियों की टीम के साथ बातचीत की।
वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ने एक बयान में कहा, ‘भारत और अमेरिका के बीच द्विपक्षीय व्यापार के स्थायी महत्त्व को स्वीकार करते हुए व्यापार समझौते के विभिन्न पहलुओं पर सकारात्मक चर्चा हुई। पारस्परिक रूप से लाभकारी व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने के लिए प्रयास तेज करने का निर्णय लिया गया।’
लिंच की यह भारत की तीसरी यात्रा है। अमेरिकी प्रशासन द्वारा पिछले महीने रूसी तेल खरीदने के लिए 25 फीसदी अतिरिक्त शुल्क सहित अधिकांश भारतीय वस्तुओं पर 50 फीसदी शुल्क लगाने के बाद व्यापार वार्ता पर यह पहली आधिकारिक बैठक थी। इससे दोनों पक्षों के बीच बातचीत के छठे दौर का मार्ग भी प्रशस्त हुआ है। छठे दौर की वार्ता 25 अगस्त को नई दिल्ली में होने वाली थी मगर तनाव बढ़ने के बाद बातचीत पटरी से उतर गई थी। हालांकि दोनों पक्षों ने बातचीत के अगले दौर की तारीख की घोषणा नहीं की।
इस बारे में जानकारी के लिए बिज़नेस स्टैंडर्ड ने अमेरिकी दूतावास को ईमेल भेजे थे जिसके जवाब में दूतावास के प्रवक्ता ने कहा, ‘सहायक अमेरिकी व्यापार प्रतिनिधि ब्रेंडन लिंच ने 16 सितंबर को दिल्ली में अपने समकक्ष वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय के विशेष सचिव राजेश अग्रवाल के साथ द्विपक्षीय व्यापार वार्ता में अगले कदमों पर चर्चा करने के लिए सकारात्मक बैठक की।’
यह बैठक अमेरिका और भारत के बीच तनाव कम होने के संकेतों के बीच हुई। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप ने पिछले सप्ताह सोशल मीडिया पर सुलह करने वाले संदेश पोस्ट किए थे। जिसमें लंबित मुद्दों को हल करने और जल्द से जल्द व्यापार समझौते के लिए बातचीत पूरी करने की उम्मीद जताई गई थी। इस साल फरवरी में मोदी और ट्रंप ने 2025 के अंत तक द्विपक्षीय व्यापार करार के पहले चरण को पूरा करने के इरादे की घोषणा की थी। हाल ही में वाणिज्य और उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने कहा था कि अमेरिका के साथ व्यापार समझौते को नवंबर के अंत तक अंतिम रूप दिया जा सकता है।
ग्लोबल ट्रेड रिसर्च इनिशिएटिव के संस्थापक अजय श्रीवास्तव ने कहा कि भारत के साथ व्यापार समझौता करने के लिए अमेरिका बेताब दिख रहा है। भले ही उसके अधिकारी हर दिन सोशल मीडिया पर भारत के खिलाफ अपमानजनक भाषा बोल रहे हों।