Israel Iran Conflict: ईरान और इजराइल के बीच बढ़ते तनाव को देखते हुए भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) ने मंगलवार को एक 24×7 कंट्रोल रूम शुरू किया है। इसका मकसद ईरान में रह रहे भारतीय नागरिकों की मदद करना है, जिनकी सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ रही है। इसके साथ ही, ईरान की राजधानी तेहरान में भारतीय दूतावास ने भी आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं। दूतावास ने जानकारी दी है कि वहां मौजूद भारतीय छात्रों को धीरे-धीरे सुरक्षित स्थानों पर भेजा जा रहा है।
विदेश मंत्रालय ने निम्नलिखित नंबरों के जरिए मदद मांगी जा सकती है:
MEA कंट्रोल रूम (नई दिल्ली):
1800118797 (टोल-फ्री)
+91-11-23012113
+91-11-23014104
+91-11-23017905
WhatsApp: +91-9968291988
ईमेल: situationroom@mea.gov.in
तेहरान स्थित भारतीय दूतावास — इमरजेंसी हेल्पलाइन:
सिर्फ कॉल के लिए:
+98 9128109115
+98 9128109109
WhatsApp के लिए:
+98 901044557
+98 9015993320
+91 8086871709
अन्य क्षेत्रीय संपर्क:
बंदर अब्बास: +98 9177699036
ज़ाहेदान: +98 9396356649
ईमेल: cons.tehran@mea.gov.in
Times of India की रिपोर्ट के अनुसार, ईरान में करीब 10,000 भारतीय नागरिक हैं, जिनमें से लगभग 6,000 छात्र हैं। तेहरान में हुए इजराइली एयरस्ट्राइक के बाद, 600 छात्रों को कोम शहर में भेजा गया है। वहीं, उरमिया शहर के 110 छात्र आर्मेनिया बॉर्डर तक पहुंच चुके हैं और उन्हें जल्द ही निकाला जाएगा।
13 जून को इजराइल ने तेहरान में स्थित न्यूक्लियर फैसिलिटीज पर मिसाइल और एयर स्ट्राइक किए। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इन हमलों में कम से कम 224 लोग मारे गए और सैकड़ों घायल हुए। हमलों का मकसद ईरान की सेना और परमाणु ढांचे को निशाना बनाना था।
तेहरान और इजराइल दोनों में स्थित भारतीय दूतावासों ने एडवाइजरी जारी की है। तेहरान स्थित दूतावास ने कहा है कि सभी भारतीय नागरिक सतर्क रहें, गैर-ज़रूरी आवाजाही से बचें और स्थानीय सुरक्षा निर्देशों का पालन करें। वहीं, इजराइल में दूतावास ने बताया कि वह छात्रों, कामगारों, टूरिस्ट्स और देखभाल कर्मियों से लगातार संपर्क में है। विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने रविवार को आर्मेनिया के विदेश मंत्री अरारात मिर्जोयान से बात की। यह बातचीत पश्चिम एशिया संकट के बीच भारत की कूटनीतिक सक्रियता का हिस्सा थी।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भी ईरान को लेकर कड़ा रुख अपनाया है। उन्होंने कहा कि ईरान को परमाणु हथियार नहीं रखने देना चाहिए। ट्रंप ने G7 सम्मेलन को जल्दी छोड़ दिया और सोशल मीडिया पर लोगों से तेहरान से तत्काल निकलने की अपील की।