प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि सबसे तेज 5जी मोबाइल टेलीफोन नेटवर्क शुरू करने के बाद भारत 6जी के क्षेत्र में खुद को अग्रणी के रूप में स्थापित करने की दिशा में आगे बढ़ रहा है। मोदी ने नई दिल्ली में ‘इंडिया मोबाइल कांग्रेस’ में अपने संबोधन में आंकड़ों का हवाला देते हुए कहा कि कैसे भारत आयातक से मोबाइल फोन का निर्यातक बन गया है और ऐपल से लेकर गूगल तक बड़ी प्रौद्योगिकी कंपनियां देश में विनिर्माता बनने के लिए तैयार हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा कि दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ फोन का इस्तेमाल कर रही है। पिछले साल 1 अक्टूबर को देश में हुई 5जी प्रौद्योगिकी की शुरुआत को याद करते हुए उन्होंने टिप्पणी की कि एक साल के भीतर देश भर में करीब पांच लाख 5जी बेस स्टेशन हैं।
उन्होंने कहा, ‘हर कोई जानता है कि 2जी (संप्रग सरकार के दौरान दूरसंचार स्पेक्ट्रम आवंटन) के दौरान क्या हुआ था। हमारी सरकार के दौरान 4जी का विस्तार किया गया लेकिन हम पर कोई दाग नहीं लगा।’ उन्होंने कहा कि उन्हें विश्वास है कि भारत 6जी प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में दुनिया का नेतृत्व करेगा।
मोदी ने कहा कि उनकी सरकार के सत्ता में आने से एक बड़ा बदलाव आया। उन्होंने कहा कि ‘उस समय हम मोबाइल फोन के आयातक थे। अब हम मोबाइल फोन के निर्यातक हैं। उस समय मोबाइल विनिर्माण में हमारी मौजूदगी न के बराबर थी। अब हम दुनिया के दूसरे सबसे बड़े मोबाइल फोन निर्माता हैं। तब इलेक्ट्रॉनिक्स विनिर्माण पर कोई स्पष्ट दृष्टि नहीं थी। आज हम करीब 2 लाख करोड़ रुपये के इलेक्ट्रॉनिक्स का निर्यात कर रहे हैं।’
हाल ही में गूगल ने घोषणा की कि वह भारत में अपने पिक्सल फोन बनाएगी। मोदी ने कहा कि सैमसंग पहले ही भारत में फोल्ड-5 और ऐपल आईफोन-15 का विनिर्माण कर रही है और आज सभी को गर्व है कि पूरी दुनिया ‘मेड इन इंडिया’ मोबाइल फोन का उपयोग कर रही है।
इंडिया मोबाइल कांग्रेस (आईएमसी) एशिया का सबसे बड़ा दूरसंचार, मीडिया और प्रौद्योगिकी मंच है। आईएमसी 2023 का उद्देश्य प्रमुख अत्याधुनिक प्रौद्योगिकियों के डेवलपर, निर्माता और निर्यातक के रूप में भारत की स्थिति को मजबूत करना है।
कार्यक्रम के दौरान, प्रधानमंत्री ने देश भर के शैक्षणिक संस्थानों को 100 ‘5जी यूज केस लैब’ से सम्मानित किया। प्रधानमंत्री ने कहा, ‘भारत न केवल देश में 5जी नेटवर्क का विस्तार कर रहा है बल्कि 6जी में अग्रणी बनने पर भी जोर दे रहा है।’
प्रधानमंत्री ने इस बात पर जोर दिया कि भारत के स्टार्टअप पारिस्थितिकी तंत्र ने पिछले कुछ वर्षों में दुनिया में अपने लिए एक महत्त्वपूर्ण स्थान बनाया है। भारत ने काफी कम समय में यूनिकॉर्न का शतक लगाया है और अब यह दुनिया के शीर्ष तीन स्टार्टअप इकोसिस्टम में से एक बन गया है। उन्होंने कहा कि मोबाइल ब्रॉडबैंड स्पीड के मामले में भारत 118वें स्थान से 43वें स्थान पर पहुंच गया है और 5जी सेवा शुरू होने के एक साल के भीतर चार लाख 5जी बेस स्टेशन स्थापित किए गए हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने देश में स्टार्टअप को सलाह देने के लिए आईएमसी की पहल ‘एस्पायर’ कार्यक्रम का भी जिक्र किया और विश्वास जताया कि इस कदम से भारत के युवाओं को काफी फायदा होगा।
उन्होंने कहा, ‘तकनीकी पारिस्थितिकी तंत्र में हार्डवेयर और सॉफ्टवेयर दोनों की सफलता के लिए, यह महत्त्वपूर्ण है कि हम भारत में एक मजबूत सेमीकंडक्टर विनिर्माण क्षेत्र का निर्माण करें।’ उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर के विकास के लिए 80,000 करोड़ रुपये की पीएलआई योजना चल रही है।