दिल्ली में प्रदूषण का स्तर एक बार फिर बढ़ने लगा है। दो दिन राहत दिलाने के बाद आज प्रदूषण के स्तर में इजाफा देखने को मिला। इस बीच, दिल्ली में ग्रेप-4 के तहत लगी पाबंदियों को हटा दिया गया और स्कूल भी आज से खुल गए हैं। हालांकि ग्रेप-1,2,3 की पाबंदियां लागू रहेगी। जिससे गैर जरूरी निर्माण व विध्वंस ( construction and demolition )कार्यो पर प्रतिबंध जारी रहेगा।
दिल्ली-एनसीआर में दो दिन राहत दिलाने के बाद आज वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)में इजाफा देखने को मिला। केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (CPCB) के दैनिक AQI के मुताबिक बीते 24 घंटे में दिल्ली का औसत AQI आज 348 दर्ज किया गया, जो रविवार के AQI 301 से करीब 14 फीसदी ज्यादा है। दिल्ली के साथ ही एनसीआर के अन्य शहरों में भी AQI में बढ़ोतरी हुई है।
रविवार की तुलना में सोमवार को नोएडा का AQI 268 से बढ़कर 331, ग्रेटर नोएडा का AQI 236 से बढ़कर 318,गाजियाबाद का AQI 280 से बढ़कर 321 हो गया। इन शहरों का AQI खराब श्रेणी से बेहद खराब श्रेणी में पहुंच चला गया। गुरुग्राम का AQI 234 से बढ़कर 261 हो गया। हालांकि यह फिलहाल खराब श्रेणी में ही बना हुआ है।
दिल्ली की हवा अब गंभीर श्रेणी से घटकर बहुत खराब श्रेणी में आ गई है। ऐसे में राष्ट्रीय राजधानी में आज से स्कूल खुल गए हैं। दिल्ली सरकार ने AQI में सुधार को देखते हुए ग्रेप-4 की पाबंदियों में भी ढील दी है। जिससे अब गैर जरूरी सामान की ढुलाई से जुड़े वे ट्रक भी चल सकेंगे, जिन पर ग्रेप-4 लागू होने से प्रतिबंध था। हालांकि ग्रेप-1,2 व 3 की पाबंदियां लागू रहेगी। जिससे दिल्ली में निर्माण-विध्वंस गतिविधियों पर प्रतिबंध लागू रहेगा।
हालांकि कुछ आवश्यक कार्यों को इस प्रतिबंध से ढील रहेगी। लेकिन जिन्हें छूट मिली है, उनको सभी नियमों का पालन करना होगा। दिल्ली के अंदर इंटीरियर वर्क है जैसे प्लम्बिंग, बिजली फिटिंग और फर्नीचर के काम की छूट रहेगी।
दिल्ली में बीएस-3 पेट्रोल और बीएस-4 डीजल एलएमवी के संचालन पर प्रतिबंध जारी रहेगा। दिल्ली के अंदर सिर्फ सीएनजी, इलेक्ट्रिक और बीएस-6 बसें ही आ सकती हैं।