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दिल्ली नगर निगम (MCD) ने एक से 10 नवंबर के बीच राष्ट्रीय राजधानी में खुले में अपशिष्ट और अन्य सामग्री जलाने वाले उल्लंघनकर्ताओं के खिलाफ 383 चालान जारी किए हैं। एमसीडी ने एक बयान में बताया कि इसी अवधि के दौरान निर्माण और ढांचों को ढहाने वाले स्थलों से संबंधित उल्लंघनों के लिए 1.72 करोड़ रुपये की राशि वाले 823 चालान भी किये गए हैं। बयान के अनुसार, प्रदूषण नियंत्रण उपायों के तहत 887 तंदूरों को या तो हटा दिया गया है या फिर उन्हें नष्ट कर दिया गया है।
निर्माण कार्यों में पाबंदिया
बता दें कि बीते दिनों राजधानी में प्रदूषण काफी खतरनाक हो गया था। दिल्ली का AQI 500 से पार चला गया था, जिस वजह से दिल्ली में कई पाबंदिया लगाई गई थीं। राजधानी दिल्ली में ग्रैप के चौथे चरण को भी लागू कर दिया गया था, जिसकी वजह से राज्य में हो रहे निर्माण कार्य ठप हो गए थे।
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बारिश से सुधरे हालात
दिल्ली में बारिश के कारण प्रदूषण के स्तर में सुधार देखा जा रहा है। ऐसे में दिल्ली सरकार ने ऑड-ईवन योजना को लागू करने के फैसले का स्थगित कर दिया है। दिल्ली सरकार ने राष्ट्रीय राजधानी में 13 से 20 नवंबर के बीच वाहनों को ऑड-ईवन के आधार पर चलाने की योजना बनाई थी। अब इसे टाल दिया गया है।
अब 13 नवंबर से लागू नहीं होगी ऑड-ईवन योजना
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने बताया कि दिल्ली में प्रदूषण का स्तर गंभीर श्रेणी में पहुंचने के बाद इसे नियंत्रित करने के लिए सरकार ने वाहनों को ऑड-ईवन नंबर के आधार पर चलाने का निर्णय लिया था। लेकिन अब कल रात से बारिश होने के बाद प्रदूषण के स्तर में गिरावट आई है। बीते 8 से 10 दिनों से हवा की गति में ठहराव से प्रदूषण लागतार बढ़ रहा था। जिससे वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI)गंभीर श्रेणी से भी ऊपर चला गया था। अब बारिश होने से प्रदूषण सुधर रहा है। 450 पार करने वाला AQI अब 300 के करीब आ गया है। आगे इसमें और सुधार होने की संभावना है। इसे देखते हुए सरकार ने 13 से 20 नवंबर के बीच ऑड-ईवन लागू करने के फैसले को अब टालने का निर्णय लिया है। दीवाली बाद प्रदूषण के हालात की समीक्षा की जाएगी। अगर प्रदूषण के स्तर में कोई गंभीर स्थिति देखी जाएगी तो फिर ऑड-ईवन लागू करने पर विचार किया जा सकता है।