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Delhi CM ने विधानसभा में रखा विश्वास प्रस्ताव, 25 करोड़ में विधायक खरीदने और फिर केजरीवाल की गिरफ्तारी का था प्लान!

CM केजरीवाल ने कहा, 'दो विधायक मेरे पास यह कहते हुए आए थे कि भाजपा सदस्यों ने उनसे संपर्क किया है और उन्हें 25-25 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है।'

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- February 16, 2024 | 7:24 PM IST

दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने 2 साल के भीतर ही आज यानी 16 फरवरी को विधानसभा में तीसरी बार विश्वास प्रस्ताव रखा। विश्वास मत पेश करते हुए उन्होंने भाजपा (BJP) पर आरोप लगाए और कहा कि उनके 2 विधायकों को भाजपा ने 25-25 करोड़ रुपये में खरीदने का ऑफर दिया है। बता दें कि स्पीकर राम निवास गोयल ने विश्वास प्रस्ताव स्वीकार करने के बाद सदन को स्थगित कर दिया। केजरीवल के इस प्रस्ताव की चर्चा शनिवार को विधानसभा में होगी।

CM केजरीवाल ने विधानसभा में भाषण के दौरान कहा कि उनके विधायकों ने उन्हें बताया कि भाजपा विधायकों ने उनसे खरीद फरोख्त की बात की। उन्होंने कहा, ‘दो विधायक मेरे पास यह कहते हुए आए थे कि भाजपा सदस्यों ने उनसे संपर्क किया है और उन्हें 25-25 करोड़ रुपये देने की पेशकश की है।’

CM केजरीवाल ने आगे कहा कि भाजपा के उन विधायकों ने कहा, ‘मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया जाएगा और सरकार गिरा दी जाएगी। उन्होंने कहा कि हमने 21 विधायकों को संपर्क कर लिया है, जो पार्टी छोड़ने के लिए तैयार हैं। हम उन्हें 25-25 करोड़ रुपए देंगे। हालांकि, हमने (केजरीवाल ने) जब विधायकों से पूछताछ की तो हमें पता चला कि उन्होंने 7 विधायकों से संपर्क किया गया है।

शराब घोटाले का आरोप फर्जी

दिल्ली आबकारी नीति मामले के फर्जी होने का दावा करते हुए केजरीवाल ने आरोप लगाया कि भाजपा, आम आदमी पार्टी (AAP) सरकार को शराब घोटाले का फर्जी आरोप लगाकर हटाना करना चाहती है। गौरतलब है कि दिल्ली की एक अदालत ने आबकारी नीति से जुड़े एक मामले में जारी समन पर अमल नहीं करने की शिकायत केंद्रीय जांच एजेंसी ED की ओर से किए जाने के बाद केजरीवाल को 17 फरवरी को पेश होने को कहा है।

अदालत ने कहा कि प्रथम दृष्टया आप प्रमुख इसका अनुपालन करने के लिए ‘कानूनी रूप से बाध्य’ हैं। ED ने केजरीवाल द्वारा पांचवें समन पर भी अमल नहीं किए जाने के बाद अदालत का रुख किया। ED मुख्यमंत्री से दिल्ली आबकारी नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग से जुड़े मामले में पूछताछ करना चाहती है।

केजरीवाल पहले भी रख चुके हैं विश्वास प्रस्ताव

29 अगस्त 2022 को पहली बार विश्वास मत पेश करते हुए केंद्र सरकार और भाजपा पर AAP नेताओं को झूठे मामले में घसीटने आरोप लगाया था। उस दिन प्रस्ताव से पहले भाजपा विधायक ने दिल्ली में सीवर-पानी और भ्रष्टाचार पर चर्चा कराने की मांग कर रहे थे, जिसके बाद सभी विधायकों को पूरे दिन के लिए सदन से बाहर कर दिया गया।

उसी दौरान ही इधर, AAP के विधायक LG विनय कुमार सक्सेना के इस्तीफे की मांग को लेकर पूरी रात दिल्ली विधानसभा के भीतर धरना देंगे। आप विधायक दुर्गेश पाठक ने उप-राज्यपाल पर 1400 करोड़ रुपए के घोटाले का भी आरोप लगा दिया था।

29 मार्च 2023 को दूसरी बार विश्वास मत पेश करते हुए सीएम केजरीवाल ने उस समय भी भाजपा पर उनके विधायकों को खरीदने का आरोप लगाया था। उस दौरान विपक्षी दल भाजपा के सभी 8 विधायकों ने विधानसभा से वॉकआउट कर लिया था।

दो-तिहाई से ज्यादा सीटों पर AAP का कब्जा

बता दें कि दिल्ली विधानसभा में कुल 70 सीटों की संख्या 70 है। जिसमें से सीएम केजरीवाल की पार्टी AAP के पास 62 विधायकों का बहुमत है, वहीं भाजपा के हिस्से में 8 सीटें हैं।

First Published : February 16, 2024 | 7:24 PM IST