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Congress New Headquarter: 139 साल के इतिहास की झलक, 220 करोड़ की लागत; जानिए कांग्रेस के नए हेडक्वार्टर ‘इंदिरा भवन’ की खासियत

नए कांग्रेस मुख्यालय का उद्घाटन बुधवार को सोनिया गांधी ने किया। इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश आदि मौजूद थे।

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बीएस वेब टीम   
Last Updated- January 19, 2025 | 9:11 AM IST

Congress New Headquarter: कांग्रेस पार्टी ने बीते दिनों 9A कोटला रोड पर अपने नए मुख्यालय ‘इंदिरा भवन’ का उद्घाटन किया। यह पांच मंजिला इमारत पार्टी के 139 साल के इतिहास को दर्शाती है। खास बात यह है कि यहां उन नेताओं की तस्वीरें भी लगी हैं, जो कांग्रेस छोड़ चुके हैं और पार्टी के खिलाफ तीखे बयान दे चुके हैं।

कांग्रेस कोषाध्यक्ष अजय माकन ने इंदिरा भवन में पहली प्रेस कॉन्फ्रेंस करते हुए बताया कि यह इमारत करीब 200-225 करोड़ रुपये की लागत से बनी है। इसे लार्सन एंड टूब्रो (एलएंडटी) कंपनी ने बनाया है और उन्हें अभी भी कुछ पैसे का भुगतान करना बाकी हैं।

माकन ने बताया कि इस जमीन को कांग्रेस को 19 नवंबर 2007 को आवंटित किया गया था। 2009 में इसका निर्माण शुरू हुआ और 14 जनवरी 2025 को इसका निर्माण पूरा हुआ।

कांग्रेस के इतिहास की झलक

कांग्रेस मुख्यालय का उद्घाटन बुधवार को सोनिया गांधी ने किया। इस मौके पर पार्टी अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, प्रियंका गांधी वाड्रा, जयराम रमेश, और के.सी. वेणुगोपाल जैसे नेता मौजूद थे।

माकन ने कहा, “आज हम आपको लोकतंत्र के मंदिर ‘इंदिरा भवन’ से परिचित करवा रहे हैं, जो वर्तमान में देश की सबसे बड़ी विपक्षी पार्टी का मुख्यालय है।” इंदिरा भवन में पार्टी के इतिहास की झलक दिखाने वाली तस्वीरें दीवारों पर सजाई गई हैं। इनमें आजादी की लड़ाई से लेकर कांग्रेस के शासनकाल की उपलब्धियां शामिल हैं। भवन में उन नेताओं की तस्वीरें भी हैं, जो कांग्रेस छोड़कर दूसरी पार्टियों में शामिल हो गए। इनमें वी.पी. सिंह, गुलाम नबी आजाद, रीता बहुगुणा जोशी और सुरेश पचौरी जैसे नाम शामिल हैं। भवन के प्रवेश द्वार पर पार्टी के पहले अध्यक्ष डब्ल्यू.सी. बैनर्जी और मौजूदा अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे की तस्वीरें लगी हैं।

दीवारों पर खास तस्वीरें

एक तस्वीर में सोनिया गांधी एक मार्च का नेतृत्व कर रही हैं, जिसमें उनके साथ सुरेश पचौरी और रीता बहुगुणा जोशी भी हैं। वहीं, एक और तस्वीर में राजीव गांधी के साथ मनमोहन सिंह, पी.वी. नरसिम्हा राव और वी.पी. सिंह नजर आते हैं। चौथी मंजिल पर 2014-2023 के इतिहास को दिखाया गया है। यहां 2019 की एक तस्वीर है, जिसमें गुलाम नबी आजाद, सोनिया गांधी और राहुल गांधी सीएए और एनआरसी के खिलाफ प्रदर्शन में शामिल हैं।

भवन 2,100 वर्ग मीटर में फैला हुआ है। इसमें 276 सीटों वाला ऑडिटोरियम, कई बैठक कक्ष और पार्टी के सभी संगठनों के लिए कार्यालय हैं। यहां 134 पेड़, 8,675 पौधे और 264 कलाकृतियां लगाई गई हैं। भवन की लाइब्रेरी का नाम पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम पर रखा गया है।

कांग्रेस के मूल्यों का प्रतीक

माकन ने कहा कि इंदिरा भवन केवल एक इमारत नहीं, बल्कि कांग्रेस की विरासत का प्रतीक है। इसमें पारदर्शिता और समावेशिता को ध्यान में रखकर डिजाइन तैयार किया गया है। उन्होंने बताया कि भवन के कैफेटेरिया में नंदलाल बोस की पेंटिंग्स लगाई गई हैं, जिन्हें 1938 में हरिपुरा कांग्रेस अधिवेशन के लिए महात्मा गांधी के कहने पर बनाया गया था। माकन ने कहा, “यह मुख्यालय कांग्रेस के विचारों और संविधान की रक्षा के संकल्प को दर्शाता है। इसे लाखों कार्यकर्ताओं के योगदान से बनाया गया है।”

First Published : January 19, 2025 | 9:10 AM IST