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UPI यूजर्स के लिए खुशखबरी! BHIM ऐप में में जुड़ी ये 5 नई सुविधाएं, अप्रैल 2025 से मिलेगा नया अनुभव

एनपीसीआई भीम सर्विसेस (एनबीएसएल) भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की पूर्ण नियंत्रण वाली इकाई है।

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अजिंक्या कवाले   
Last Updated- March 25, 2025 | 11:11 PM IST

भारत इंटरफेस फॉर मनी (भीम) उद्योग जगत में डिजिटल भुगतान में नवाचार को बढ़ावा देने का एक पुख्ता जरिया बना रहेगा। एनपीसीआई भीम सर्विसेस ने मंगलवार को अपने ऐप्लिकेशन का तीसरा संस्करण पेश किया। इस संस्करण में भुगतान का प्रबंधन करने के लिए फैमिली मोड, कमजोर इंटरनेट वाले इलाकों में भी काम करने की क्षमता और अधिक सहज यूजर इंटरफेस (यूआई) जैसी खूबियां हैं। इस बारे में एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि यह ऐप्लिकेशन उपयोगकर्ताओं को एक नया अनुभव देगा।

एनबीएसएल की मुख्य कार्याधिकारी ललिता नटराज ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया, ‘शुरुआती भुगतान के लिए भीम संदर्भ ऐप के तौर पर काम करता रहेगा। यह हमारी जिम्मेदारी भी है जो हम निभाते हैं क्योंकि हम एनपीसीआई की पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई हैं। हम अपनी जिम्मेदारी समझते हुए नई योजनाएं एवं उत्पाद लेकर आएंगे और सुनिश्चित करेंगे कि सभी इन्हें अपना रहे हैं।’

एनपीसीआई भीम सर्विसेस (एनबीएसएल) भारतीय राष्ट्रीय भुगतान निगम (एनपीसीआई) की पूर्ण नियंत्रण वाली इकाई है। भीम 3.0 का नवीनतम संस्करण ग्राहकों के लिए चरणबद्ध तरीके से शुरू किया जाएगा और अप्रैल 2025 से यह सभी के लिए उपलब्ध हो जाएगा। भीम ऐप अपने प्लेटफॉर्म पर यूपीआई लेनदेन को बढ़ावा देने के लिए ग्राहकों को कैशबैक भी दे रहा है। नटराज ने कहा, ‘हम नए ग्राहक जोड़ने, उन्हें बनाए रखने और उन्हें बेहतर अनुभव देने के लिए ऐसी रणनीति पर काम करते रहेंगे।‘

एनपीसीआई की सहायक इकाई ने ‘भीम वेगा’ की शुरुआत की घोषणा की है। एनपीसीआई की सहायक इकाई भीम वेगा के साथ ऑनलाइन कारोबारियों के लिए ऐप में भुगतान की सुविधा लेकर आई है। इस खूबी के साथ यूजर बिना किसी तीसरे पक्ष के ऐप का इस्तेमाल किए इसी ऐप में तत्काल लेनदेन कर सकते हैं। कंपनी ने ‘भीम विश्वास’ योजना भी पेश की है।

नटराज ने कहा, ‘विश्वास खूबी शुरू करने पर फिलहाल विचार चल रहा है। इसके पीछे मकसद यह है कि अगर भीम को एक ऐप की तरह विकसित कर रहे हैं तो फिर आप इसे तैयार कर किसी बैंक के मोबाइल बैंकिंग ऐप में क्यों नहीं डाल सकते।‘भीम ने भविष्य में आने वाली अपनी इस योजना के लिए बैंक ऑफ बड़ौदा, केनरा बैंक, कर्नाटक बैंक और यूनियन बैंक के साथ साझेदारी की है।

एनपीसीआई की वेबसाइट के अनुसार भीम ऐप 22.6 करोड़ ऐन्ड्रॉयड फोन और 88 लाख आईओएस प्लेटफॉर्म पर काम कर रहा है। भारत में यूपीआई की मदद से वास्तविक समय में भुगतान होता है और यह व्यवस्था एनपीसीआई की मदद से काम करती है। भारतीय रिजर्व बैंक (आरबीआई)  के कार्यकारी निदेशक विवेक दीप ने कहा, ‘देश में इस समय यूपीआई यूजर की संख्या लगभग 30-40 करोड़ है। लगभग 1.40 अरब आबादी वाले इस देश में यह आंकड़ा बहुत अधिक नहीं कहा जा सकता इसलिए इसमें बढ़ोतरी की काफी गुंजाइश बाकी है। भीम के लिए यह एक संभावित अवसर हो सकता है जिसका उसे फायदा उठाना चाहिए।‘ दीप ने कहा कि नई यूपीआई योजनाओं को भीम ऐप पर तत्काल शुरू करना होगा ताकि इसे बाजार में पहले उतरने का फायदा मिल जाए।

उन्होंने कहा, ‘यूपीआई की कोई भी न खूबी पहले भीम पर शुरू की जानी चाहिए ताकि इसे बाजार में पहले उतरने का लाभ मिल सके।‘ एनबीएसएल को 2024 में एनपीसीआई से अलग कर इसे पूर्ण स्वामित्व वाली इकाई बनाई गई। भीम की शुरुआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 2016 में की थी। भीम का ढांचा एनपीसीआई ने विकसित किया है। इस साल फरवरी में भीम के माध्यम से 3.68 करोड़ यूपीआई लेनदेन हुए।

First Published : March 25, 2025 | 10:39 PM IST