दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल की तबियत को लेकर चिंता बढ़ गई है। बुधवार को दिल्ली हाई कोर्ट में सुनवाई के दौरान उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने बताया कि सोते समय केजरीवाल का ब्लड शुगर लेवल घटकर 50 तक पहुंच गया था।
सिंघवी ने कहा कि यह स्थिति बहुत खतरनाक है। उन्होंने बताया कि नींद के दौरान शुगर लेवल में इतनी गिरावट जानलेवा हो सकती है। ऐसी स्थिति में मरीज जाग ही न पाए, यह खतरा रहता है। वकील ने कोर्ट से अपील की कि वह इस स्थिति को पूरी तरह से समझे और विचार करे। उन्होंने यह भी कहा कि पहले से ही तीन आदेश उनके पक्ष में हैं।
अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी पर चल रही कोर्ट की सुनवाई में उनके वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने कई महत्वपूर्ण बातें रखीं। उन्होंने कहा कि सीबीआई के पास केजरीवाल को गिरफ्तार करने का कोई ठोस कारण नहीं था, क्योंकि वे पहले से ही जेल में थे। सिंघवी ने बताया कि सीबीआई की हिरासत में केजरीवाल का ब्लड शुगर पांच बार खतरनाक स्तर तक गिरा।
उन्होंने इस गिरफ्तारी को “बाद का सोचा गया फैसला” बताते हुए कहा कि यह तब की गई जब एक निचली अदालत ने केजरीवाल को शराब नीति केस में जमानत दे दी थी। सिंघवी ने सवाल उठाया कि क्या सीबीआई केजरीवाल को तब तक हिरासत में रख सकती है जब तक वे उनका मनचाहा जवाब न दें, और कोर्ट से अपील की कि वह इस मामले की सच्चाई का पता लगाए।
पिछले हफ्ते आम आदमी पार्टी के नेता संजय सिंह ने एक चिंताजनक खुलासा किया। उन्होंने बताया कि 21 मार्च को ईडी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद से अरविंद केजरीवाल का वजन 8.5 किलो कम हो गया है। गिरफ्तारी के समय केजरीवाल 70 किलो के थे, जो अब घटकर 61.5 किलो रह गया है। सिंह ने कहा कि इतना वजन कम होने का कारण अभी तक पता नहीं चला है और न ही इसकी कोई गंभीर जांच की गई है। उन्होंने चेतावनी दी कि यह किसी गंभीर बीमारी का संकेत हो सकता है।
इसके बाद, एक निचली अदालत द्वारा जमानत दिए जाने के बावजूद सीबीआई ने केजरीवाल को गिरफ्तार कर लिया। दिल्ली हाई कोर्ट ने बाद में इस जमानत पर रोक लगा दी, जिससे केजरीवाल की हिरासत और लंबी हो गई है और उनके स्वास्थ्य को लेकर चिंताएं बढ़ गई हैं।