थलसेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे हिंसा प्रभावित मणिपुर में स्थिति की समीक्षा के लिए शनिवार को राज्य की यात्रा करेंगे। अधिकारियों ने यह जानकारी दी। सेना की पूर्वी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल राणा प्रताप कालिता भी सेना प्रमुख की दो दिवसीय यात्रा के दौरान उनके साथ होंगे।
सेना के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि समुदायों के बीच जारी जातीय हिंसा की पृष्ठभूमि में जमीनी स्थिति की समीक्षा करने के लिए जनरल पांडे और लेफ्टिनेंट जनरल कालिता दिल्ली से इम्फाल पहुंचेंगे। उन्होंने कहा, ‘पांडे राज्यपाल, मुख्यमंत्री और सुरक्षा सलाहकार से मुलाकात कर स्थिति पर चर्चा करेंगे।’
गौरतलब है कि मणिपुर में अनुसूचित जनजाति (ST) का दर्जा देने की मेइती समुदाय की मांग के विरोध में तीन मई को पर्वतीय जिलों में ‘आदिवासी एकजुटता मार्च’ के आयोजन के बाद झड़पें हुई थीं। मणिपुर की 53 फीसदी आबादी मेइती समुदाय की है और ये ज्यादातर इंफाल घाटी में रहते हैं।
आदिवासी- नगा और कुकी की आबादी 40 फीसदी है और ये पर्वतीय जिलों में रहते हैं। मणिपुर में हुए इस जातीय संघर्ष में 70 से ज्यादा लोगों की जान चली गई थी और पूर्वोत्तर राज्य में सामान्य स्थिति की बहाली के लिए लगभग 10,000 सैन्य और अर्ध-सैन्य कर्मियों को तैनात करना पड़ा था।