पंजाब पुलिस द्वारा शंभू और खन्नौरी बॉर्डर पर प्रदर्शन कर रहे किसानों को हटाए जाने और शीर्ष किसान नेताओं को गिरफ्तार किए जाने के बाद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सरकार ने किसानों के साथ 3 बार सहानूभूतिपूर्वक बातचीत की है और अगले दौर की बातचीत 22 मई को होगी।
कृषि मंत्रालय से जुड़े अनुदान मांग पर चर्चा के दौरान चौहान ने कहा कि लोक सभा चुनाव के पहले कांग्रेस पार्टी आप सरकार से हाथ मिला रही थी, लेकिन अब नजर नहीं आ रही है। चौहान ने यह भी कहा कि किसान अन्नदाता होते हैं और हमारे लिए किसानों की सेवा करना भगवान की पूजा करने जैसा है, यह भाजपा का विचार है।उन्होंने कृषि और किसानों के कल्याण को प्राथमिकता देने के लिए प्रधानमंत्री को धन्यवाद दिया। चौहान ने कहा, ‘मोदी सरकार की नीति किसानों को ताकतवर बनाने की है। अगर किसान मजबूत होता तो देश
संपन्न होगा।’उन्होंने मक्का शोध संस्थान को बिहार के बेगूसराय से दूसरी जगह हटाए जाने के विपक्ष के दावे को खारिज किया और कहा कि यह संस्थान बना रहेगा और कर्नाटक में नया संस्थान खोला जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के कार्यकाल में कृषि क्षेत्र में निवेश बढ़ा है, जबकि कम अवधि के ऋण में भी उल्लेखनीय वृद्धि हुई है।