Baskar Babu Ramachandran, MD & CEO Of Suryoday SFB
सर्वोदय स्मॉल फाइनैंस बैंक का यदि वित्त वर्ष 25 में सकल व शुद्ध एनपीए क्रमश: 3 फीसदी और 1 फीसदी से कम रहता है तो वह यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तित होने के योग्य हो जाएगा। सर्वोदय एसएफबी के एमडी व सीईओ भास्कर बाबू रामचंद्रन ने मनोजित साहा को साक्षात्कार में बताया कि इस ऋणदाता को यूनिवर्सल बैंक बनने में कम से कम दो वर्ष का समय लगेगा। पेश हैं संपादित अंश:
यह एक रोडमैप देता है। इसमें यह स्पष्ट उजागर है कि एसएफबी को यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तित करने के लिए क्या करना होगा। लिहाजा जो महत्वाकांक्षी हैं, वे यूनिवर्सल बैंक बन सकते हैं।
हमने दिशानिर्देश जारी होने से पूर्व ही स्पष्ट कर दिया था कि यूनिवर्सल बैंक के लिए कोई जल्दबाजी नहीं है। हमें वित्तीय समावेशन के लिए आकार व छोटे वित्त बैंक के रूप में लंबा रास्ता तय करना है। हमें प्राथमिक क्षेत्र को 75 फीसदी ऋण मुहैया कराने के अलावा एसएफबी के रूप में खामी नजर नहीं आती है और अभी लक्ष्य को कहीं अधिक हासिल कर चुके हैं।
यह अधिक से अधिक पीएसएल नहीं बेचने से आय के अवसर का नुकसान है। हमें नाम में बदलाव के अलावा यूनिवर्सल बैंक बनने की फौरन जरूरत नहीं दिखती। अभी जो रोडमैप दिया गया है, वह अहम है। हम मानते हैं कि यह हमें तीन वर्षों में स्पष्टता दे देगा कि हमें क्या करना है, नियामक का एसएफबी को यूनिवर्सल बैंक में परिवर्तित करने पर क्या नजरिया है।
हमारा यह अनुमान है कि हम इसे बेहतर कर सकते हैं। हम 2024-25 के अंत तक आवेदन करने के योग्य हो जाएंगे, लेकिन हम वित्त वर्ष 26 में भी आवेदन करने की योजना नहीं बना रहे हैं। हम कम से कम अगले दो साल के लिए गंभीरता से नहीं सोच रहे हैं। यह पर्याप्त समय है।
करीब 5000 करोड़ एमएफआई बुक है। अभी एमएफआई बुक का करीब 80 फीसदी सीजीएफएमयू द्वारा कवर किया गया है।
50:50 आदर्श होगा। हमें उम्मीद है कि डेढ़ साल में ऐसा हो जाएगा।