वित्त-बीमा

स्टैंडर्ड चार्टर्ड इंडिया का फोकस अमीर ग्राहकों पर, बहु उत्पाद की रणनीति पर होगा जोर

स्टैंडर्ड चार्टर्ड इंडिया 7 अक्टूबर को गुजरात इंटरनैशनल फाइनैंस टेक (गिफ्ट) सिटी से अमेरिकी डॉलर निकासी भी शुरू करेगा।

Published by
सुब्रत पांडा   
Last Updated- September 25, 2025 | 10:14 PM IST

ब्रिटेन मुख्यालय वाले स्टैंडर्ड चार्टर्ड बैंक की भारत में खुदरा रणनीति इकाई का जोर ग्राहकों को कई तरह की वित्तीय योजनाओं से जुड़ी सेवाएं देने पर रहेगा। बैंक के भारत और दक्षिण एशिया के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) पी.डी. सिंह ने कहा कि बैंक का जोर केवल एक-योजना वाले ग्राहकों को बनाए रखने के बजाय, अमीर और संपन्न ग्राहकों को अपनी कई योजनाओं को बेचने पर होगा।

सिंह ने बताया कि फिलहाल बैंक को और अधिक शाखाएं जोड़ने की आवश्यकता नहीं दिखती है। फिलहाल इस बैंक की 42 शहरों में 100 शाखाएं हैं। उनका ध्यान बैंक के कार्यक्षेत्र को मजबूत करने और ‘प्राथमिकता केंद्र’ के रूप में बड़े प्रारूप वाली शाखाएं स्थापित करने पर है। बैंक की योजना, वित्त वर्ष 2025 के अंत तक ऐसे केंद्रों की संख्या बढ़ाकर 21 करने की है।

सिंह ने गुरुवार को कहा, ‘खुदरा बैंकिंग के क्षेत्र में, हमारे पास योजनाओं की पूरी श्रृंखला है। हम नहीं चाहते कि ग्राहक हमारे बैंकिंग तंत्र से बाहर जाए। हम ग्राहक को उनके व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों पक्षों से जुड़ी बैंकिंग सेवाएं देना चाहते हैं। मुझे लगता है कि इस तरह के ग्राहक प्रोफाइल की अहमियत होगी।’

उन्होंने आगे कहा, ‘मैं एक ऐसे ग्राहक पर निवेश करना और ध्यान केंद्रित करना चाहूंगा जिसके पास आवास ऋण, क्रेडिट कार्ड और बचत खाता हो। हमारा प्रयास अधिक से अधिक वित्तीय योजनाओं को बेचना है।’ सिंह ने इस बात पर जोर दिया कि पिछले कुछ दशकों में भारत में विदेशी बैंकों का परिदृश्य बदल गया है।

स्टैंडर्ड चार्टर्ड इंडिया 7 अक्टूबर को गुजरात इंटरनैशनल फाइनैंस टेक (गिफ्ट) सिटी से अमेरिकी डॉलर निकासी भी शुरू करेगा। स्टैंडर्ड चार्टर्ड को गिफ्ट सिटी के लिए डॉलर निपटान बैंक के रूप में चुना गया है। इसके अलावा, सिंह ने यह भी बताया कि भारत की रेटिंग में सुधार के बाद बैंक, विदेशी बॉन्ड के माध्यम से पूंजी जुटाने के लिए सकारात्मक माहौल देख रहा है। भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) ने हाल ही में वैश्विक निवेशकों से टी+75 बीपीएस के अब तक के सबसे कम स्प्रेड पर 50 करोड़ डॉलर जुटाए थे।

First Published : September 25, 2025 | 10:10 PM IST