हेक्सावेयर टेक्नोलॉजी
सिफारिश : 31 रुपये
मौजूदा भाव : 25.2 रुपये
लक्ष्य : —
ब्रोकर : एडलवाइस सिक्योरिटीज
कंपनी के पिछले साल की आखिरी तिमाही के नतीजों की मानें तो कंपनी ने उस तिमाही में अच्छा प्रदर्शन किया है। उस दौरान कंपनी ने अपने संसाधनों के इस्तेमाल में सुधार किया और उसने अपनी लागतों का प्रबंधन भी बेहतर तरीके से किया।
रुपये में आई कमजोरी की वजह से उसकी कमाई में उम्मीद से ज्यादा का इजाफा हुआ। हालांकि, यह इजाफा सिर्फ डॉलर की मामले तक सीमित है। कंपनी की कमाई 310 करोड़ रुपये रही, जो पिछले वित्त वर्ष के समान तिमाही की तुलना में 3.8 फीसदी ज्यादा रहा।
दूसरी तरफ, कंपनी को 17.1 करोड़ रुपये का शुध्द लाभ हुआ, जो पिछले वित्त वर्ष के समान तिमाही की तुलना में 48.5 फीसदी ज्यादा था। पिछली तिमाही की तुलना में इस तिमाही में उसके मुनाफे के स्तर भी 460 बेसिस प्वाइंट्स बढ़कर 18 फीसदी के स्तर तक पहुंच गया।
वजह रही, रुपये की कमजोरी और बेहतर प्रबंधन। हालांकि, आज के माहौल में मध्यम स्तर की आईटी कंपनियों पर काफी ज्यादा दबाव है। सौदे रद्द हो रहे हैं, नए प्रोजेक्टों को मिलने में देरी हो रही है और तैयार प्रोजेक्टों के लिए खरीदार नहीं मिल रहे हैं।
साथ ही, हैक्सावेयर की कमाई का सबसे बड़ा स्रोत ही ऑनसाइट रेवेन्यू (करीब 62 फीसदी) है। उसकी एक तिमाही कमाई एंटरप्राइज एप्लीकेशन सर्विसेज से आती है। ऐसे में उसकी कमाई पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है। इस साल की पहली तिमाही को लेकर उम्मीद लगाई जा रही है कि इस कंपनी की कमाई में 14-20 फीसदी की गिरावट आ सकती है। ब्रोकर की राह है, बेचें।
हिंदुस्तान यूनिलीवर
सिफारिश : 252 रुपये
मौजूदा भाव : 249.2 रुपये
लक्ष्य : 280 रुपये
चढ़ाव : 12.4 प्रतिशत
ब्रोकर: शेयरखान
कीमतों में इजाफे और मात्रा में गिरावट की वजह से हिंदुस्तान यूनिलीवर की विकास नीचे आने लगी। इसकी सबसे ज्यादा मार पड़ी साबुन और डिटजर्ेंट कैटेगरी पर। इसके साथ-साथ मांग कम होने से डिटजर्ट कैटेगरी में कमाई पर सबसे ज्यादा असर पड़ा।
इसीलिए कंपनी ने कुछ उत्पादों की कीमतों को कम करने के साथ-साथ मात्रा बढ़ाया है। वैसे, ब्रोकिंग कंपनी को उम्मीद है कि अगले वित्त वर्ष में कंपनी की कमाई में इजाफा कम होगा। साथ ही, उम्मीद है कि कंपनी अपनी कीमतों में और कटौती कर सकती है। ब्रोकर की राय है, खरीदें।
अवंतिस फार्मा
सिफारिश : 859 रुपये
मौजूदा भाव : 841.59 रुपये
लक्ष्य : 1,027 रुपये
चढ़ाव : 22.04 प्रतिशत
ब्रोकर : एंजेल ब्रोकिंग
अवंतिस फार्मा ने पिछले साल 269.9 करोड़ रुपये की बिक्री की, जो 2007 की तुलना में 32.3 फीसदी ज्यादा है। इसकी वजह है 2008 की आखिरी तिमाही में घरेलू और विदेशी बाजारों में उसका उम्मीद से भी बेहतर प्रदर्शन।
उस तिमाही में कंपनी के परिचालन मुनाफे में 305 बेसिस प्वाइंट्स का इजाफा हुआ और यह 17.3 फीसदी के स्तर तक पहुंच गया। ऐसा पिछले साल की आखिरी तिमाही में सैलरी में उम्मीद से कम इजाफे और कम खर्चों की वजह से हो पाया। बिक्री में इजाफे, मुनाफे में बढ़ोतरी और दूसरे स्रोतों से होने वाली कमाई के चढ़ने की वजह से इस तिमाही में कंपनी का शुध्द लाभ 45.3 फीसदी बढ़ा है।
पिछले साल अवंतिस ने घरेलू बाजार में 773.1 करोड़ रुपये की बिक्री की, जो पिछले साल की तुलना में पूरे 10 फीसदी ज्यादा है। यह कंपनी की कुल बिक्री का 78.6 फीसदी का हिस्सा था। दूसरी तरफ निर्यात के मामले में भी कंपनी ने अच्छा प्रदर्शन किया है।
कंपनी का कुल निर्यात 23.4 फीसदी बढ़कर 210.2 करोड़ रुपये हो गया। यह कंपनी की कुल बिक्री का 21.6 फीसदी हिस्सा रहा। हालांकि, इसका रबीपुर वैक्सीन को लेकर शिरॉन बेहरिंग वैक्सीन प्रा. लि. से हुआ वितरण समझौता फरवरी, 2009 से खत्म हो गया।
पिछले साल रबीपुर वैक्सीन की बिक्री से कंपनी को 117.9 करोड़ रुपये की कमाई हुई थी। इसीलिए तो कंपनी पिछले साल 983.3 करोड़ की शुध्द बिक्री कर पाई, जो पिछले साल के मुकाबले 12.6 फीसदी ज्यादा थी।
रबीपुर वैक्सीन को बंद करने की वजह से ही ब्रोकिंग कंपनी ने इस साल कंपनी की शुध्द बिक्री और मुनाफा पिछले साल से चार से छह फीसदी कम रहने का अनुमान जताया है। 859 रुपये की दर पर कंपनी के स्टॉक पिछले साल की कमाई से 11.9 गुना ज्यादा कीमत पर चल रहे हैं। वहीं इस साल की अनुमानित कमाई से 12.6 गुना ज्यादा कीमत पर चल रहे हैं। ब्रोकर की राय है खरीदें।
जी न्यूज
सिफारिश : 30 रुपये
मौजूदा भाव : 29.75 रुपये
लक्ष्य : 42 रुपये
चढ़ाव : 41.2 प्रतिशत
ब्रोकर : मैक्वॉयर रिसर्च
जी न्यूज लि. के अहम चैनल है, जी मराठी, जी बांग्ला और जी न्यूज। ये चैनल कंपनी को उसकी कुल विज्ञापन कमाई का 70 फीसदी देते हैं। इसकी वजह से किसी एक ही चैनल पर ज्यादा निर्भरता का जोखिम भी कम हो जाता है।
कंपनी की कुल कमाई का 60 फीसदी क्षेत्रीय चैनलों से आता है, जबकि बाकी न्यूज चैनलों से। कंपनी की कमाई का 21 फीसदी सबसक्रिप्शन से आता है, जो अगले तीन सालों में 30 फीसदी तक जा सकता है।
हिंडाल्को इंडस्ट्रीज
सिफारिश : 42 रुपये
मौजूदा भाव : 39.35 रुपये
लक्ष्य : 46 रुपये
चढ़ाव : 16.9 प्रतिशत
ब्रोकर : इंडिया इन्फोलाइन
हिंडाल्को की पूर्ण स्वामित्व वाली कंपनी नोवेलिस को इस वित्त वर्ष की तीसरी तिमाही में 1.8 अरब डॉलर का मोटा-ताजा घाटा हुआ है। इसमें से 1.3 अरब डॉलर उसकी साख के खत्म हुए, जबकि 40.5 करोड़ डॉलर का चूना उसे डेरिवेटिव्स की वजह से लगा।
वैसे, साख में गिरावट आने की वजह से उसकी नकदी पर कोई असर नहीं पड़ा। उत्तरी अमेरिका को छोड़, हर जगह से उसका कारोबार कम होने की उम्मीद है। कंपनी छंटनी भी करने जा रही है। ब्रोकर की राय है कम रखें।
