भारतीय बाजार के अन्य फार्मास्यूटिकल खिलाड़ियों के विपरीत जो कि जेनेरिक्स के उपलब्ध निर्यात के अवसर में अपने हिस्से के लिए संघर्ष कर रहे हैं प्लेटिको फार्मा लि. (पीपीएल) ने अंतरराष्ट्रीय बाजारों में उच्च मार्जिन वाले हर्बल्स और नुट्रास्यूटिकल्स पर ध्यान केंद्रित करके अलग मार्ग अख्तियार किया है। शुरू-शुरू में सीआईएस और अफ्रीका जैसे अनियंत्रित बाजारों पर ध्यान देने के बाद कंपनी अब अमेरिका और यूरोप जैसे अनुशासित बाजारों में प्रवेश करने के लिए तैयार है। पीपीएल ने हाल ही में अमेरिका में राष्ट्रीय तौर पर ब्रांडेड पोषण देने वाले उत्पादों के अग्रणी निर्माता एवं विपणनकर्ता नैटरोल इं. का अधिग्रहण किया है। पीपीएल नैटरोल के चोटी के ब्रांड को भारत में बनाने और उसे स्थानीय तौर पर एवं अमेरिकी बाजार के अलावा अन्य अर्द्ध-अनुशासित बाजारों में बेचने की योजना बना रही है। इसके अलावा पीपीएल सिक्किम में (उसके अलावा जिसकी अभी हाल में दुबई में घोषणा की गयी थी) विनिर्माण इकाई स्थापित करने की योजना भी बना रही है, जो कि उसे कर लाभ मुहैया कराएगी। इस बात को ध्यान में रखते हुए कि अमेरिका में बिक्री के जोर पकड़ने के आसार हैं और अन्य बाजारों में कंपनी के जारी शानदार प्रदर्शन को देखते हुए प्लेटिको के लिए दृष्टिकोण काफी आशाजनक नजर आता है। स्टॉक इस समय वित्तीय वर्ष 08 में 43.8 रुपये की प्रति शेयर आय पर 9.6 का व्यापार कर रहा है और इसके वित्तीय वर्ष 09 में 51.5 रुपये की प्रति शेयर आय पर 8.2 का व्यापार करने की आशा है।
हमारा मानना है कि ये मूल्यांकन आकर्षक हैं और प्रमुख सेगमेंटों में उसकी दमदार उपस्थिति, उच्चतर ईबीडीआईटीए मार्जिन्स, हर्बल्सन्यूट्रास्यूटिकल्स के लिए बढ़ती वैश्विक मांग, अनुशासित एवं अर्द्ध-अनुशासित बाजारों से भारी प्रत्याशित वृद्धि और आय को बेहतर बनाने की उसकी दमखम तथा आगे की ओर बढ़ते परिचालन लाभ को देखते हुए दूरगामी निवेश का उत्कृष्ट अवसर मुहैया कराते हैं। यह 569 रुपये की लक्षित कीमत के साथ स्टॉक पर ‘खरीदने’ की सिफारिश करता है।