कोटक महिंद्रा बैंक पर भारतीय रिज़र्व बैंक (RBI) ने सख्त कार्रवाई की है। बैंक को कुछ नियमों के उल्लंघन के चलते सेक्शन 35A के तहत फिलहाल नए ग्राहक ऑनलाइन और मोबाइल बैंकिंग के जरिए जोड़ने से रोक दिया गया है और नए क्रेडिट कार्ड जारी करने पर भी रोक लगाई गई है। यह रोक RBI द्वारा बैंकिंग नियमों के उल्लंघन को दुरुस्त करने के लिए उठाया गया कदम है। मौजूदा ग्राहकों पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा, लेकिन नए ग्राहकों को खाता खोलने या क्रेडिट कार्ड लेने के लिए RBI की रोक हटने का इंतजार करना होगा।
पुराने ग्राहकों को प्रभावित नहीं करेगी रोक
RBI ने कहा, कोटक महिंद्रा बैंक पर लगी रोक सिर्फ नए ग्राहकों को प्रभावित करती है। मौजूदा ग्राहक पहले की तरह बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। RBI ने बैंक को एक बाहरी ऑडिट करवाने का आदेश दिया है। इस ऑडिट में पाई गई कमियों को दूर करने के बाद ही RBI प्रतिबंधों की समीक्षा करेगा।
RBI ने यह स्पष्ट किया है कि कोटक महिंद्रा बैंक पर लगाई गई रोक का मतलब यह नहीं है कि उसके खिलाफ अन्य किसी भी तरह की कार्रवाई, जैसे जुर्माना आदि भी लगाया जाएगा। दरअसल, यह कदम 2022 और 2023 में बैंक की आईटी Examination में पाई गई गंभीर कमियों और बैंक द्वारा इन कमियों को दूर करने में नाकामी के चलते उठाया गया है।
RBI ने रोक के कारणों का किया खुलासा
RBI ने कोटक महिंद्रा बैंक पर लगाई रोक के कारणों का खुलासा किया है। बैंक के कंप्यूटर सिस्टम (IT) में कई गंभीर कमियां पाई गईं, जिससे बैंक हैकर्स का आसान शिकार बन सकता था और ग्राहकों की जानकारी चोरी होने का खतरा था।
RBI ने कहा, बैंक के कंप्यूटर सिस्टम और जानकारी की सुरक्षा में कई कमियां पाई गईं। इन कमियों में कंप्यूटर उपकरणों का सही रख-रखाव ना करना, सॉफ्टवेयर अपडेट में लापरवाही, कर्मचारियों को जरूरत से ज्यादा सिस्टम तक पहुंच देना, जरूरी जांच-पड़ताल के बिना बाहरी कंपनियों को डेटा एक्सेस देना, और डेटा चोरी जैसी स्थितियों से निपटने के लिए कोई ठोस प्लान ना होना शामिल है।
पहले कमियों को दूर करने के निर्देश दे चुका था RBI
RBI का कहना है कि चिंता की बात यह है कि RBI ने 2022 और 2023 में ही बैंक को इन कमियों को दूर करने के लिए निर्देश दिए थे, लेकिन बैंक उनको दूर करने में विफल रहा। इसीलिए RBI ने सख्त कदम उठाए हैं।
RBI ने कहा, किसी भी संभावित लंबे समय तक बैंक सेवा बंद होने से बचाने के लिए भी यह कदम उठाया गया है। क्योंकि अगर बैंक का सिस्टम हैक हो जाता है या ग्राहक की जानकारी लीक हो जाती है, तो इससे सिर्फ कोटक महिंद्रा बैंक के ग्राहक ही प्रभावित नहीं होंगे, बल्कि पूरे वित्तीय ढांचे को नुकसान पहुंच सकता है। इसमें डिजिटल बैंकिंग और भुगतान प्रणाली भी शामिल हैं।