निप्पॉन लाइफ इंडिया की इकाई में हिस्सा लेगी DWS, वैकल्पिक निवेश प्लेटफॉर्म के विस्तार की तैयारी

एक दशक पहले स्थापित एनआईएआईएफ निजी ऋण, सूचीबद्ध इक्विटी, रियल एस्टेट और उद्यम पूंजी सहित विविध पोर्टफोलियो का प्रबंधन करता है

Published by
बीएस संवाददाता   
Last Updated- November 13, 2025 | 10:06 PM IST

जर्मनी के परिसंप​त्ति प्रबंधक डीडब्ल्यूएस ग्रुप ने निप्पॉन लाइफ इंडिया ऐसेट मैनेजमेंट (नैम इं​डिया) की सहायक इकाई निप्पॉन लाइफ इंडिया एआईएफ मैनेजमेंट (एनआईएआईएफ) में 40 फीसदी हिस्सेदारी खरीदने के लिए समझौता किया है।

प्रस्तावित संयुक्त उपक्रम के तहत डीडब्ल्यूएस वैक​ल्पिक निवेश प्लेटफॉर्म के विस्तार के लिए एनआईएआईएफ में निवेश करेगी। यह प्लेटफॉर्म इस समय करीब 1 अरब डॉलर की निवेश प्रतिबद्धताओं का प्रबधन करता है।

एक दशक पहले स्थापित एनआईएआईएफ निजी ऋण, सूचीबद्ध इक्विटी, रियल एस्टेट और उद्यम पूंजी सहित विविध पोर्टफोलियो का प्रबंधन करता है। इस साझेदारी का उद्देश्य डीडब्ल्यूएस की वैश्विक पहुंच का लाभ उठाकर विदेशी निवेशकों को आकर्षित करना और एनआईएआईएफ के योजना समूह को व्यापक बनाना है।

निप्पॉन ऐसेट का शेयर 1.5 प्रतिशत बढ़कर 885 रुपये पर बंद हुआ जिससे इस परिसंपत्ति प्रबंधक का मूल्यांकन 56,375 करोड़ रुपये हो गया। निप्पॉन लाइफ इंडिया ऐसेट मैनेजमेंट के ईडी और सीईओ संदीप सिक्का ने कहा, ‘डीडब्ल्यूएस की वैश्विक विशेषज्ञता और हमारी तीन दशकों की भारतीय परिसंपत्ति प्रबंधन विशेषज्ञता दोनों मिलकर मजबूत और व्यापक वैकल्पिक फ्रेंचाइजी निर्माण करेंगे जो घरेलू और अंतरराष्ट्रीय दोनों निवेशकों को आकर्षित करेगा।’

वर्ष 2021 में शुरू किए गए एआईएफ की सकल पूंजी प्रतिबद्धताएं 171 अरब डॉलर हैं। अगले पांच वर्षों में इस सेगमेंट के 32 प्रतिशत सालाना चक्रवृद्धि दर (सीएजीआर) से बढ़कर 693 अरब डॉलर होने का अनुमान है। 2019 और 2023 के बीच एआईएफ की प्रबंधनाधीन परिसंपत्तियां लगभग 28 प्रतिशत की वार्षिक दर से बढ़ी हैं।

First Published : November 13, 2025 | 10:02 PM IST