भारत के सबसे बड़े प्राइवेट बैंक HDFC बैंक ने सितंबर के अंत तक 90 अरब रुपये (1.08 अरब डॉलर) से अधिक के लोन की बिक्री पूरी करने की योजना बनाई है। यह बैंक की अब तक की सबसे बड़ी लोन बिक्री होगी। इस जानकारी से जुड़े तीन सूत्रों ने गुरुवार को बताया।
HDFC बैंक ने जुलाई 2023 में अपनी मूल कंपनी हाउसिंग डेवलपमेंट फाइनेंस कॉर्प (HDFC) के साथ मर्जर किया था। इस मर्जर के बाद बैंक के पोर्टफोलियो में बड़ी संख्या में होम लोन शामिल हो गए, लेकिन जमा राशि में अपेक्षाकृत कम वृद्धि हुई। इससे बैंक पर या तो जमा राशि तेजी से बढ़ाने या लोन ग्रोथ धीमी करने का दबाव बढ़ गया है।
बैंक फिलहाल पास-थ्रू सर्टिफिकेट्स (PTC) जारी करने की प्रक्रिया में है, जो कार लोन के एक समूह द्वारा समर्थित हैं।
इंडिया रेटिंग्स ने इन सर्टिफिकेट्स को AAA(SO) की प्रोविजनल रेटिंग दी है। रेटिंग एजेंसी के अनुसार, 31 अगस्त तक इस कोलैटरल पूल का कुल बकाया 90.62 अरब रुपये था। यह रेटिंग बैंक की लोन देने, सर्विसिंग, कलेक्शन और रिकवरी की क्षमता पर आधारित है।
एक सूत्र ने बताया, “बैंक ने इन सर्टिफिकेट्स में निवेश के लिए म्यूचुअल फंड्स, कुछ कॉर्पोरेट्स और कुछ गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनियों से पहले ही समझौता कर लिया है।”
इन पास-थ्रू सर्टिफिकेट्स को तीन हिस्सों में बांटा गया है, जिनकी मैच्योरिटी क्रमशः सितंबर 2026, जुलाई 2027 और सितंबर 2030 तक होगी। इन लोन की कुल राशि 35 अरब रुपये, 18 अरब रुपये और 37.62 अरब रुपये होगी। (रॉयटर्स के इनपुट के साथ)