पिछले हफ्ते फंड मैनेजरों का रिटर्न स्मार्ट पोर्टफोलियो के बेंचमार्क के बराबर ही रहा। वैसे बेंचमार्क बीएसई 200 के सूचकांक में 2.6 फीसदी का उछाल आया।
वहीं चारों फंड मैनेजरों को 1-2 फीसदी के दायरे में फायदा हुआ। पिछले साल 1 सितंबर को किया गया 10 लाख रुपये का निवेश लगभग 27 फीसदी तक कम होकर 7.31 लाख रुपये पर आ चुका है। अमर अंबानी को छोड़कर सभी फंड मैनेजरों को 2 से 8 फीसदी तक के दायरे में नुकसान हुआ।
दिलचस्प बात यह है कि बीएसई 200 सूचकांक का प्रदर्शन निफ्टी के मुकाबले बेहतर रहा। पिछले हफ्ते सेंसेक्स में 2 फीसदी का उछाल आया। लेकिन मिडकैप और स्मॉल कैप सूचकांक के मुकाबले इसका प्रदर्शन खराब रहा। बाजार में आई तेजी को देखते हुए फंड मैनेजरों ने मुनाफा बुक किया।
शेट्टी को छोड़कर दूसरे फंड मैनेजरों के पोर्टफोलियो में महज 3-4 शेयर ही हैं। पिछले हफ्ते केवल तीन फंड मैनेजर ही सक्रिय रहे। इन तीनों ने कुल 0.89 लाख रुपये के शेयर बेचे। तीनों ने कुल 20 सौदे किए, जिसमें से 12 सौदे बिकवाली के और 8 खरीदारी के थे।
अमर अंबानी
उपाध्यक्ष (शोध), इंडिया इन्फोलाइन
अमर अंबानी के नेटवर्थ में लगातार बढ़ोतरी हो रही है। उनके पास शुरुआती रकम 10 लाख रुपये थी जो बढ़कर 10.25 लाख रुपये हो चुकी है, यानी इसमें 2.5 फीसदी की बढ़ोतरी हुई है। पिछले हफ्ते उनके पोर्टफोलियो में 0.7 फीसदी का मुनाफा देखा गया। उन्होंने पिछले हफ्ते दो सौदे किए।
उन्होंने एबीबी और आईडीएफसी के शेयर को क्रमश: 13.3 फीसदी और 10.3 फीसदी मुनाफे के साथ बेच दिया। उन्होंने 0.69 लाख रुपये तक के शेयरों की शुद्ध बिकवाली की। शुरूआत से ही अंबानी ने अपने पोर्टफोलियो में नकदी को ज्यादा बनाए रखा है। फिलहाल उनके पास 9.46 लाख रुपये नकद है।
सदानंद शेट्टी
उपाध्यक्ष, कोटक सिक्योरिटीज
सदानंद शेट्टी ने पिछले हफ्ते 10 सौदे किए, जिसमें छह बिकवाली के सौदे थे। उन्होंने 0.73 लाख रुपये तक के शेयर खरीदे और 0.82 लाख रुपये के शेयर की शुद्ध बिकवाली की। उन्होंने टाटा स्टील के शेयर में निवेश के जरिए 50 फीसदी तक का मुनाफा बनाया। इसके अलावा उन्हें पावर फाइनैंस से लगभग 18 फीसदी तक का मुनाफा हुआ।
उन्होंने एस डी अल्युमिनियम और बलरामपुर चीनी में 26-28 फीसदी के दायरे में मुनाफा बुक किया। दूसरी ओर उन्होंने ऑरेकल फाइनैंशियल और श्रीराम ट्रांसर्पोट को अपने पोर्टफोलियो में जोड़ा। उनके नेटवर्थ में 1.7 फीसदी तक की बढ़ोतरी के साथ 9.76 लाख रुपये हो गया। हालांकि स्मार्ट पोर्टफोलियो की शुरुआत से इसमें 2.5 फीसदी गिरावट आई। उनका कुल निवेश चारों फंड मैनेजरों में सबसे ज्यादा 3.08 लाख रुपये रहा और नकदी सबसे कम कुल 6.67 लाख रुपये रही।
कश्यप पुजारा
फंड मैनेजर, इनाम डायरेक्ट
कश्यप पुजारा हाशिए पर ही बने रहे। यह याद होना चाहिए कि उन्होंने महज एक ही सौदा किया, जिसमें उन्होंने यस बैंक की बिकवाली कर दी। हालांकि उनके पोर्टफोलियो के वैल्यू में 1.6 फीसदी का उछाल आया और अब यह 9.33 लाख रुपये है लेकिन स्मार्ट पोर्टफोलियो की शुरुआत के वक्त से इसमें 6.7 फीसदी की गिरावट आई है।
पुजारा के पोर्टफोलियो में महज तीन शेयर है, सेंचुरी टेक्सटाइल्स, एसबीआई और आइडिया। सेंचुरी टेक्सटाइल्स फिलहाल खरीद कीमत से 36 फीसदी नीचे है और यह उनके पोर्टफोलियो का सबसे खराब पक्ष है। फिलहाल उनके पास 7.05 लाख रुपये नकद है।
आनंद अग्रवाल
फंड मैनेजर, रिलायंस मनी
आनंद अग्रवाल ने पिछले हफ्ते 8 सौदे किए, जिसमें से 4 बिकवाली और 4 खरीदारी के थे। उन्होंने 0.90 लाख रुपये के शेयर खरीदे और 1.01 लाख रुपये के स्टॉक बेचे, जिसकी वजह से शुद्ध बिक्री 0.12 लाख रुपये तक की हुई। अग्रवाल ने एसबीआई, लार्सन ऐंड टुब्रो और रिलायंस इन्फ्रास्ट्रक्चर में 8-16 फीसदी के दायरे में मुनाफा बुक किया।
उन्होंने एसबीआई और लार्सन ऐंड टुब्रो के शेयरों की दोबारा खरीदारी की। इस हफ्ते के अंत में अग्रवाल के पोर्टफोलियो में केवल 4 शेयर थे। उन सभी में 4-11 फीसदी के दायरे में उछाल आया। उनके नेटवर्थ में 1.2 फीसदी की बढ़त आई और यह 9.17 लाख रुपये हो गया। गिरावट हो चुकी है। उनके पास नकद फिलहाल 7.40 लाख रुपये है।