सितंबर 2008 से स्मार्ट पोर्टफोलियो की शुरुआत के बाद पहली बार ऐसा हुआ है कि हमारे फंड प्रबंधकों ने बजार को मात दी है।
पिछले हफ्ते यानी 28 नवंबर 2008 को समाप्त सप्ताह में बेंचमार्क सूचकांक 1.3 फीसदी की बढोतरी केसाथ 1,062 अंकों के स्तर पर पहुंच गया। फंड प्रबंधकों के प्रदर्शन की बात करें तो सबसे बेहतर प्रदर्शन कश्यप पुजारा का रहा जिनके नेटवर्थ में सप्ताह-दर-सप्ताह के हिसाब से 0.84 फीसदी का उछाल आया।
सदानंद शेट्टी केनेटवर्थ में जहां 0.33 फीसदी का इजाफा दर्ज किया गया वहीं आनंद अग्रवाल के पोर्टफोलियो में 0.80 फीसदी की गिरावट दर्ज की गई। अमर अंबानी ने हालांकि इन सब झमेलों से अपने का दूर रखना ज्यादा बेहतर समझा।
कुल मिलाकर हमारे फंड प्रबंधकों ने बेंचमार्क सूचकांक की अपेक्षा बेहतर प्रदर्शन किया है। एक और जहां बीएसई 200 का रिटर्न नकारात्मक में 40.39 फीसदी रहा वहीं फंड प्रबंधकों, कश्यप पूजारा (-20.75 फीसद), आनंद अग्रवाल (-21.39 फीसदी), सदानंद शेट्टी (-10.01 फीसदी)अपने घाटे पर नियंत्रण रख पाने में सफल रहे।
अमर अंबानी का नेटवर्थ 10.30 लाख रुपये के साथ सकारात्मक रहा। पिछला सप्ताह कारोबार के नजरिये से बेहतर नहीं कहा जा सकता है और एक सप्ताह पहले 20 सौदों के मुकाबले पिछले सप्ताह मात्र 8 सौदे हुए। इन आठ सौदों में से आनंद अग्रवाल ने पांच सौदे किए, सदानंद शेट्टी ने दो और कश्यप पुजारा ने मात्र एक सौदा किया।
ऐसा लग रहा है कि हमारे सभी फंड प्रबंधन देखो और इंतजार करो की नीति अपना रहे हैं और बेहतर समय आने की प्रतीक्षा कर रहे हैं।
उनकी न केवल वैश्विक बाजारों बल्कि भारतीय अर्थव्यवस्था के संकेतकों पर भी पैनी निगाह है।
आनंद अग्रवाल
उपाध्यक्ष, रिलायंस मनी
पिछले सप्प्ताह आनंद अग्रवाल ने जो पांच सौदे किए उनमें से तीन खरीदारी के और दो बिकवाली के रहे।
अग्रवाल ने सबसे पहले एसबीआई के 30 शेयर बेचे और फिर सुजलॉन के 600 शेयर बेच दिए। इनकी बिकवाली से अग्रवाल को क्रमश: 4.5 फीसदी और 21.13 फीसदी का घाटा उठाना पडा।
इसके बाद आनंद अग्रवाल ने टाटा शेयर के 100 शेयर, ऐक्सिस बैंक के 50 शेयर और एसबीआई के 30 शेयरों की खरीद की। पिछले सप्ताह वे ऐसे प्रमुख फंड प्रबंधक रहे जिनके नेटवर्थ में नेगेटिव रिटर्न देखा गया।
उनके पोर्टफोलियो में गिरावट देखी गई और यह 7.94 लाख रुपये से घटकर 7.86 लाख रुपये रह गया। अग्रवाल के कैश और निवेश का अनुपात 50 फीसदी के करीब रहा जिसमें से 3.74 लाख रुपये कैश रहे। बीएचईएल और एसबीआई की उनकेपोर्टफोलियो में 10.39 और 8.3 फीसदी के साथ प्रमुख हिस्सेदारी रही।
अग्रवाल की लार्सन एंड टुर्ब्रो, जयप्रकाश एसोसिएट्स, जेट एयरवेज, एचडीएफसी, टाटा स्टील और सुजलॉन में भी हिस्सेदारी रही।
कश्यप पुजारा
फंड प्रबंधक, एनम डायरेक्ट
पिछले सप्प्ताह सबसे बेहतर प्रदर्शन करने के बावजूद कश्यप पुजारा का रिटर्न नकारात्मक में 20.75 फीसदी रहा।
पिछले सप्ताह पुजारा ने एचडीएफसी के 50 शेयरों की बिकवाली की जिससे उनको 18.73 फीसदी का फायदा हुआ। उनके पोर्टफोलियो में 20 फीसदी से कुछ ज्यादा का महत्व स्टरलाइट और रिलायंस केशेयरों को दिया जाता है।
अपनी पांच प्रमुख इक्विटी के अलावा पुजारा ने रिलायंस कम्युनिकेशन्स के शेयर भी खरीद रखे हैं। पुजारा के पास जिन कंपनियों के शेयर हैं, उन्हें उन सबसे घाटे का सामना करना पड़ रहा है। ग्रासिम से सबसे कम 24.32 फीसदी का घाटा हुआ है जबकि सेंचुरी टैक्सटाइल से सबसे अधिक 61.37 फीसदी का घाटा लगा है।
पुजारा ने अपने कैश की सीमा में इजाफा कर लिया है और अभी उनके पास 5.38 लाख रुपये की नकदी है।
सदानंद शेट्टी
उपाध्यक्ष, कोटक सिक्योरिटीज
पिछले सप्ताह मात्र दो सौदों के साथ सदानंद शेट्टी पूरी तरह से बिकवाली के मूड में दिखे और उनके दोनों ही सौदे बिकवाली के रहे। सदानंद शेट्टी ने भारती एयरटेल के 15 शेयरों की बिकवाली करके औसतन 7.5 फीसदी का मुनाफा क माया।
शेट्टी ने अंतिम बार 4 नवंबर 2008 को खरीदारी के सौद किए थे। पिछले सप्ताह उनके पोर्टफोलियो में 0.03 फीसदी की मामूली बढ़ोतरी देखी गई और नेटवर्थ 8.97 फीसदी की तुलना में बढ़कर 9 लाख रुपये के स्तर पर पहुंच गया। उनके नेटवर्थ में करीब 88 फीसदी कैश है।
इसके अलावा उनकी बीएचईएल, आईसीआईसीआई और रिलायंस में भी हिस्सेदारी है। जैन इरिगेशन और रिलायंस से उनको घाटे का सामना करना पड रहा है जबकि बीएचईएल और भारती एयरटेल से उनको अच्छा मुनाफा मिल रहा है।
अमर अंबानी
उपाध्यक्ष (रिसर्च) इंडिया इन्फोलाइन
इस पूरे हफ्ते अमर अंबानी ने किसी भी नए निवेश करने से अपने को दूर रखा। अंबानी पूरे सप्ताह सौदेबाजी से दूर रहे और उन्होंने अपने पास कैश रखना ज्यादा बेहतर समझा।
अंबानी केपास फिलहाल कैश केरूप में 10.03 लाख रुपये हैं जबकि अभी तक का उनका रिटर्न 0.34 फीसदी का रहा है।