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Paytm के पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस में विदेशी निवेशक भी लगा सकेंगे पैसा, सरकार की मंजूरी के बाद शेयरों में लगा अपर सर्किट

Paytm's FDI Proposal For Payment Aggregator Business: वित्त सचिव ने कहा कि अब पेटीएम RBI से पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस लाइसेंस के लिए संपर्क कर सकती है।

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रत्न शंकर मिश्र   
Last Updated- July 26, 2024 | 3:52 PM IST

Paytm’s FDI Proposal For Payment Aggregator Business Approved: संकट के दौर से गुजर रही भारत की फिनटेक कंपनी पेटीएम (Paytm) के पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस में FDI निवेश के लिए केंद्र सरकार ने रास्ता साफ कर दिया है। आज यानी 26 जुलाई को फाइनेंशियल सेक्रेटरी विवेक जोशी ने बयान देते हुए कहा कि केंद्र सरकार पेटीएम के विदेश प्रत्यक्ष निवेश (FDI) प्रस्ताव के लिए मंजूरी दे दी है।

इसका मतलब यह है कि अब पेटीएम एग्रीगेटर बिजनेस में हिस्सेदारी बंटाने के लिए विदेशी निवेशक भी निवेश कर सकेंगे। हालांकि अभी भारतीय रिजर्व बैंक की मंजूरी बाकी है। वित्त सचिव (Finance Secretary) ने कहा कि अब पेटीएम RBI से पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस लाइसेंस के लिए संपर्क कर सकती है। RBI अब Paytm के एग्रीगेटर बिजनेस के लिए जांच करेगा और आगे की कार्यवाही करेगा।

Paytm के शेयरों में लगा अपर सर्किट

सरकार की तरफ से मंजूरी मिलने के बाद पेटीएम के शेयरों में जबरदस्त उछाल दिखा और कंपनी के शेयर में इंट्रा डे ट्रेड के दौरान 10% का अपर सर्किट लग गया और Paytm की शेयर प्राइस आज (Paytm Sharre Price Today) 508.85 रुपये के लेवल पर जाकर बंद हो गया।

जबकि Paytm के शेयर आज 458.15 रुपये पर ओपन हुए थे और पिछले कारोबारी दिन 462.60 के लेवल पर बंद हुए थे। NSE पर पेटीएम की शेयर प्राइस 9.99 फीसदी की उछाल के साथ 509.05 रुपये पर देखी गई।

पहले भी पेटीएम ने किया था पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस के लिए अप्लाई

गौरतलब है कि न्यूज एजेंसी रॉयटर्स ने इस महीने की शुरुआत में बताया था कि सरकार ने पेटीएम में FDI के लिए मंजूरी दे दी है। दरसअल, पेटीएम की पैरेंट कंपनी वन97 कम्युनिकेशंस लिमिटेड (One97 Communications) में चीन की कंपनी एंट ग्रुप (Ant Group) की हिस्सेदारी थी। चीनी निवेशकों के प्रति मोदी सरकार के कड़े रवैये की वजह से पेटीएम को FDI निवेश के लिए मंजूरी नहीं मिल पा रही थी। मगर, एंट ग्रुप ने धीरे-धीरे One97 Communications में अपनी हिस्सेदारी घटाना शुरू कर दिया और अब सरकार ने इसे मंजूरी भी दे दी।

साल 2022 में पेटीएम ने अपने पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस के लिए RBI से मंजूरी मांगी थी, मगर केंद्रीय बैंक ने पेटीएम के अप्लीकेशन को मंजूरी नहीं दी और कहा कि पहले वह अपने पिछले निवेश के लिए सरकार से परमिशन लेकर आए।

8 फरवरी  के बाद आज पार हुआ 500 का मार्क

बता दें कि NSE पर 8 फरवरी 2024 को पेटीएम का शेयर इंट्रा डे में 528 के लेवल पर गया था। उसके बाद से कंपनी के शेयर लगातार इसके नीचे बने रहे। इसके बाद आज पेटीएम की शेयर प्राइस 500 का मार्क पूरा कर पाई है।

1 साल का डेटा देखें तो One97 Communications (पेटीएम की पैरेंट कंपनी) के शेयर 20 अक्टूबर को 2023 को 1 साल के हाई 998.30 रुपये तक गया था। इसके बाद से लगातार इसका शेयर गिरता आ रहा है। अब अगर पेटीएम के पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस को RBI से मंजूरी मिल जाती है तो इसके शेयरों में और साथ ही साथ फाइनेंशियल परफॉर्मेंस में भी असर देखने को मिल सकता है।

क्या है पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस

पेमेंट एग्रीगेटर का मतलब होता है एक ऐसा थर्ड पार्टी प्लेटफॉर्म जो ग्राहक को सीधे सोर्स से कनेक्ट करने के लिए बिचौलिए का काम करना। बिचौलिया यानी थर्ड पार्टी सर्विस प्रोवाइड कराना। उदाहरण के तौर पर, पेमेंट एग्रीगेटर बिजनेस का लाइसेंस मिल जाने के बाद कंपनी कस्टमर और बैंक के बीच में बिचौलिए का काम करती है और लोग UPI, डेबिट कार्ड्स, बैंक ट्रांसफर जैसे ऑनलाइन ट्रांजैक्शन्स आसानी से कर सकते हैं।

First Published : July 26, 2024 | 3:23 PM IST