विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारत के अग्रणी प्राइवेट बैंक आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक में अपनी हिस्सेदारी की लगातार बिकवाली कर रहे हैं।
हालांकि इसके साथ ही वे अपनी सार्वजनिक क्षेत्रों की बैंकों की हिस्सेदारी को बरकरार रख रहे हैं। यह बात सितंबर 2008 को खत्म हुई तिमाही में आंकड़ों से पता चलती है। आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक दोनों एफआईआई दिसंबर 2007 से ही इन दोनों बैंकों में अपनी हिस्सेदारी बेच रहे हैं।
हालांकि एफआईआई ने यह बिकवाली सब प्राइम डिफाल्ट बढ़ने से उत्पन्न स्थिति का सामना करने के लिए की है। विदेशी निवेशक न सिर्फ देश के बाजारों में बल्कि विदेशी बाजारों में डिपाजिटरी रिसिप्ट के रूप में यह बिकवाली कर रहे हैं।