पिछले हफ्ते दुनिया भर के बाजारों को बिकवाली ने तहस नहस कर दिया और सभी बाजार दहाई (फीसदी) के अंक में गिरे।निफ्टी करीब 14 फीसदी से ज्यादा गिरकर 3279.95 अंकों पर आ गया और शुक्रवार को यह 3199 अंकों को छू गया।
सेंसेक्स भी 15.95 फीसदी गिरा जबकि डेफ्टी 16.65 फीसदी गिरा और रुपए की कीमत 49 रुपए प्रति डॉलर तक गिरकर 48.72 रुपए पर बंद हुआ। विदेशी संस्थागत निवेशको (एफआईआई) ने अक्टूबर के महीने में ही करीब 5000 करोड़ रुपए की बिकवाली की और घरेलू संस्थागत निवेशकों ने करीब 900 करोड़ की बिकवाली की।
छोटे स्टॉक्स में ज्यादा गिरावट रही और निफ्टी जूनियर और मिडकैप 50 19.9 फीसदी और 21 फीसदी गिरकर बंद हुए। बीएसई-500 17.5 फीसदी गिरा। वॉल्यूम कम रहे और चढ़ने और गिरने वाले शेयरों का अनुपात निकालना हास्यास्पद लग रहा था।
आउटलुक
अगले हफ्ते कीमतें 3050-3450 के बीच रह सकती हैं। 3800 से नीचे बंद होकर बाजार ने नीचे में 3050-3100 के स्तर का अधिकतम लक्ष्य तय कर दिया है।
संकेतकों से साफ है कि जरूरत से ज्यादा बिकवाली हो चुकी है लेकिन सेटलमेंट से पहले शार्ट कवरिंग आने तक और गिरावट देखी जा सकती है। लेकिन कोई भी बाउंस तगड़ा होगा और अगले हफ्ते एक ही सत्र में 200-250 अंकों का बाउंसबैक देखा जा सकता है।
तर्क
इस तरह की गिरावट कम ही देखने को मिली है। सपोर्ट और रेसिस्टेंस के चार्ट पैटर्न अब 2006 मध्य के चार्ट पैटर्न पर आधारित दिख रहे हैं। वाल्यूम कम हैं। 3279 औक 3450 के बीच कोई अहम शार्ट टर्म रेसिस्टेंस नहीं दिखाई दे रहा है। लिहाजा खरीदारी का एक सत्र ही कीमतों को काफी ऊपर पहुंचा सकता है।
काउंटर व्यू
ऐसा लगता है कि बीच में शार्ट कवरिंग के बीच डिलिवरी आधारित बिकवाली जारी रह सकती है। लेकिन आसार है कि बाजार सुधरेगा और 3400-3800 के बीच सेटल हो जाएगा। जुलाई के मध्य से इंटरमीडिएट गिरावट शुरू हुई जो अगले एक-दो हफ्तों में मैच्योर हो सकती है।
तेजड़िए और मंदड़िए
वायदा सेगमेंट में बहुत लिक्विड शेयरों के अलावा दूसरे शेयरों से दूरी रखें। तेजी वाले स्टॉक ढूंढने से बेहतर है उन काउंटरों पर ध्यान दे जहां ज्यादा बिकवाली हो चुकी है। यही पर एक ही सत्र में 7-10 फीसदी का बाउंस मिल सकता है। पावर ग्रिड और रैनबैक्सी उस स्टॉक्स में है जो तेजी दिखा रहे हैं।
शार्ट में ज्यादातर स्टॉक अपना निचला लक्ष्य तोड़ चुके हैं लेकिन कई स्टॉक हैं जिनमें अभी कमजोरी बाकी है। इनमें जीएमआर इंफ्रा. एचसीएल टेक, एचडीएफसी, हीरो होंडा, आरकॉम, आइडिया, रिलायंस कैपिटल, डाबर, एचयूएल, आरपावर और सुजलॉन शामिल हैं। सेक्टरों में मेटल बॉटम आउट होने के करीब लगता है।
टाटा स्टील, सेसा गोवा और जिंदल स्टील में और गिरावट बाकी दिख रही है। सेल, हिंडाल्को और स्टरलाइट को सपोर्ट मिल रहा है। बैंकिंग में कैनरा बैंक, आईओबी, ओरिएंटल बैंक और स्टेट बैंक जैसे सरकारी बैंक आईसीआईसीआई, कोटक और यस जैसे बैंकों से मजबूत लग रहे हैं।
पावर ग्रिड
मौजूदा भाव: 89.7 रु.
लक्ष्य: 95 रु.
बाजार की हालत के बावजूद इसकी कीमतों में बहुथ फर्क नहीं आया है। इसमें 95 पर तगड़ा रेसिस्टेंस है। 88 पर स्टॉपलॉस रखकर लंबी पोजीशन लें। 94 से ऊपर पोजीशन क्लियर करें।
आरआईएल
मौजूदा भाव: 1,527 रु.
लक्ष्य: 1,630 रु.
इस शेयर ने फिर एक बार नीचे की ओर ब्रेकआउट किया जब यह 1630 के नीचे उतरा। मौजूदा स्तर पर इसमें सपोर्ट दिख रहा है और शार्ट कवरिंग इसकी कीमतों को वापस 1630 पर ला सकती है। 1510 का स्टॉपलॉस रखें और लंबी पोजीशन लें। 1615 से ऊपर मुनाफावसूली करें।
एचसीएल टेक
मौजूदा भाव: 170.25 रु.
लक्ष्य: 145 रु.
स्टॉक काफी वॉल्यूम के साथ नीचे आया है। इसका टारगेट 145 रुपए है और पिछले शुक्रवार को यह इस स्तर पर पहुंचा था। 179 रुपए पर स्टॉपलॉस लगाकर लंबी पोजीशन लें। 150 से नीचे मुनाफावसूली शुरू करें।
रिलायंस पावर
मौजूदा भाव: 124.15 रु.
लक्ष्य: 112 रु.
इस स्टॉक ने नीचे के ब्रेकआउट के साथ अपना नया ऐतिहासिक निचला स्तर बनाया। इसका लक्ष्य 110 रुपए का है। 127 का स्टॉपलॉस रखकर शार्ट पोजीशन लें। 114 से नीचे मुनाफावसूली करें। अगर 128 से ऊपर निकले तो यह 136 तक जा सकता है।
यस बैंक
मौजूदा भाव: 71.95 रु.
लक्ष्य: 65 रु.
इसमें नीचे का ब्रेकआउट काफी वॉल्यूम के साथ आया है। इसमें 65 का लक्ष्य है और मौजूदा स्तरों पर सपोर्ट है। अगर अगले तीन सत्रों में बाउंस आता है तो यह 90 तक जा सकता है। 75 का स्टॉपलॉस लगाकर शार्ट पोजीशन लें। 65 पर शार्ट कवरिंग करें। अगर स्टॉपलॉस ट्रिगर हो तो 90 के लक्ष्य के साथ लंबी पोजीशन लें और 74 का स्टॉप लॉस रखें।