1- भारतीय नैशनल स्टॉक एक्सचेंज की ओर शुरू किया गया इंडिया वोलेटिलिटी इंडेक्स (वीआईएक्स) ………………. के उतार-चढ़ाव पर आधारित है।
क- निफ्टी 50 इंडेक्स ऑप्शन प्राइसेज
ख- निफ्टी 50 इंडेक्स फ्यूचर प्राइसेज
ग- निफ्टी 50 इंडेक्स स्पॉट प्राइसेज
घ- एसऐंडपी सीएनएक्स आईडी इंडेक्स ऑप्शंस प्राइसेज
2- बीएसई सेंसेक्स बाजार पूंजीकरण के ‘फ्री फ्लोट’ पर आधारित है। ……………….. ‘फ्री फ्लोट’ की व्याख्या से बाहर नहीं है।
क- संस्थापकों निर्देशकोंअधिग्राहणकर्ताओं जिनके पास नियंत्रण के अधिकार हैं, उनकी होल्डिंग।
ख- सरकारी होल्डिंग जैसे प्रमोटरअधिग्रहणकर्ता
ग- एफआईआई के जरिये होल्डिंग
घ- ‘नियंत्रण के संबंध’ वाले व्यक्तियोंनिकायों की होल्डिंग
3- ‘डमी सर्किट फिल्टर्स’ की धारणा बीएसई की ………….. श्रेणी में मौजूद शेयरों के मामले में प्रचलित है।
क- बी1
ख- बी2
ग- एफएंडओ
घ- जेड
4- आमतौर पर ‘ट्रेकिंग एरर’ की धारणा का इस्तेमाल ………….. के संबंध में किया जाता है।
क- थीमेटिक फंड
ख- एक्सचेंज ट्रेडेड फंड
ग- डाइवर्सिफाइड इक्विटी फंड
घ- सेक्टर फंड
5- नकद सुरक्षित अनुपात (सीआरआर) में बढ़ोतरी का ………… पर असर नहीं होता।
क- नकदी की कमी में संभावना
ख-ऋण की दरों में तेजी की संभावना
ग- बैंकों के पास सरकारी प्रतिभूतियों की रकम में बढ़ोतरी की संभावना
घ- बांड के लाभ में बढ़ोतरी की संभावना
हल :
1- क- इंडिया वीआईएक्स निफ्टी 50 इंडेक्स ऑप्शन प्राइसेज पर आधारित है। निफ्टी 50 ऑप्शन के सौदों में सर्वश्रेष्ठ बोली की कीमतों से वोलेटिलिटी आंकड़ा (प्रतिशत) में गणना की जाती है, जिससे अगले तीस दिनों में बाजार में उतार-चढ़ाव का अनुमान लगाया जाता है।
2- ग- फ्री फ्लोट बाजार पूंजीकरण की व्याख्या : कंपनी की ओर से जारी कुल शेयरों का हिस्सा जो बाजार में आसानी से लेन-देन के लिए उपलब्ध होता है। एफआईआई होल्डिंग का आसानी से लेन-देन होता है, इसलिए वे इस व्याख्या से बाहर हैं।
3- सी- डमी सर्किट फिल्टर्स आम सर्किट फिल्टर्स के समान ही होते है, जिन्हें एक्सचेंज, जब कभी भी वे एक्सचेंज में पहुंचें, तो उनमें पुर्न-अंशशोधन कर देता है। इन्हें अशुध्द ऑर्डर प्रविष्टियों से बचने के लिए इस्तेमाल किया जाता है।
4- ख- ट्रैकिंग एरर म्युचुअल फंड इंडेक्स का कितने करीब से अनुसरण करता है, जो इसका बेंचमार्कभी है, उसे जानने का एक माप है। यह सभी तरह के फंडों केलिए इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन सामान्यत: इसका इस्तेमाल ईटीएफ (और इंडेक्स फंड) के संदर्भ में होता है, बजाए दूसरी श्रेणियों के अन्य फंडों के लिए। क्योंकि इन फंडों का पोर्टफोलियो हमेशा अपने से जुड़े हुए बेंचमार्क के समान होता है।
5- ग- वैधानिक तरलता अनुपात (एसएलआर) में वृध्दि बैकों की भारतीय सरकार प्रतिभूति होल्डिंग में वृध्दि करती है। सीआरआर में वृध्दि से अक्सर ऊपर के तीनों कारकों में वृध्दि होती है।
क्विज मास्टर प्रमाणित वित्त योजनाकार हैं।