वित्त-बीमा

बीमा सुगम परियोजना में फिर देरी, अब 2025 के मध्य में शुरू होने की उम्मीद

बीमा नियामक की बीमा खरीदने, बेचने और सेवा मुहैया कराने के लिए एमेजॉन जैसा वन स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू करने की योजना है।

Published by
सुब्रत पांडा   
आतिरा वारियर   
Last Updated- January 12, 2025 | 10:40 PM IST

भारतीय बीमा नियामक और विकास प्राधिकरण (इरडाई) की महत्त्वाकांक्षी परियोजना बीमा सुगम की शुरुआत में फिर देर होने की आशंका है। सूत्रों के मुताबिक बीमा सुगम का पहला चरण वर्ष 2025 के मध्य से शुरू होने की उम्मीद है। बीमा नियामक की बीमा खरीदने, बेचने और सेवा मुहैया कराने के लिए एमेजॉन जैसा वन स्टॉप डिजिटल प्लेटफॉर्म शुरू करने की योजना है।

दरअसल, इरडाई के चेयरमैन देवाशीष पांडा ने जून, 2024 में बीमा सुगम परियोजना की समीक्षा के दौरान कहा था कि बीमा सुगम के पहले चरण की शुरुआत अप्रैल, 2025 में होगी। इसके पहले नियामक ने वर्ष 2022 में इस परियोजना की शुरुआत के लिए जनवरी, 2023 की तारीख की घोषणा की थी।

इसके बाद जून, 2024; फिर अगस्त, 2024 और अप्रैल, 2025 में शुरुआत की घोषणा की गई। अब इसके साल 2025 के मध्य में शुरू करने का ऐलान किया गया है। यानी अब यह साफ है कि यह जून 2025 से पहले नहीं शुरू हो पाएगा। बीमा सुगम को आमतौर पर बीमा उद्योग के लिए यूपीआई जैसी बड़ी घटना करार दिया जाता है।

यह ऐसा सार्वजनिक डिजिटल प्लेटफॉर्म होने वाला है जिसमें पॉलिसीधारकों को ध्यान में रखकर उत्पाद की शुरुआत से लेकर अंत तक की सभी सुविधाएं मुहैया करवाई जाएंगी। इस प्लेटफॉर्म का मकसद भारत में बीमा उत्पादों का लोकतंत्रीकरण है और यह विश्व में संभवत: अपनी तरह का पहला उत्पाद होगा। सिंगल विंडो के इस डिजिटल प्लेटफॉर्म के एक समग्र मार्केटप्लेस के रूप में काम करने की उम्मीद है जिस पर उपभोक्ता जीवन, स्वास्थ्य और सामान्य बीमा क्षेत्रों के पॉलिसियों की तुलना, खरीदारी और प्रबंधन कर सकता है।

बीमा सुगम के लिए पूंजी की जरूरत को पहले के 100-200 करोड़ रुपये से बढ़ाकर 500 करोड़ रुपये कर दिया गया है। इस परियोजना में शुरुआती पूंजी बीमा कंपनियां लगाएंगी। इस बात को लेकर बीमा कंपनियों में भी स्पष्टता नहीं है कि बीमा सुगम की शुरुआत समयसीमा क्या है।

बीमा क्षेत्र की एक निजी कंपनी के सीईओ ने बताया, ‘बीमा कंपनियों को बीमा सुगम की शुरुआत को लेकर स्पष्टता का अभाव है। हम जिस मात्रा में पूंजी निवेश कर रहे हैं, उसे देखते हुए इस परियोजना की प्रगति को लेकर कम से कम हर महीने कुछ जानकारी मिलनी चाहिए। हमारे बोर्ड में भी इस परियोजना की प्रगति को लेकर सवाल उठाए जाते हैं।’

अन्य सीईओ ने बताया कि उनके बोर्ड ने इस परियोजना के लिए कोष को मंजूरी दे दी है लेकिन इस परियोजना की प्रगति और चरण को लेकर स्पष्टता का अभाव है। उन्होंने बताया, ‘इसके बारे में एकमात्र प्रमुख जानकारी यह है कि इसके सीईओ की नियुक्ति हो गई है।’ बीमा सुगम के पहले एमडी व सीईओ प्रसून सिकदर ने 1 नवंबर, 2024 को तीन साल की अवधि के लिए कार्यभार संभाला था।

First Published : January 12, 2025 | 10:40 PM IST